भोपाल। पुलिसकर्मियों को मिलने वाला साप्ताहिक अवकाश लगभग बंद हो गया है। दोबारा अवकाश शुरू करने में अफसरों की दिलचस्पी नजर नहीं आ रही है। सीएम कमलनाथ ने इसकी घोषणा की थी। अफसरों ने लोकसभा चुनाव के नाम पर साप्ताहिक अवकाश बंद किए और अब फिर से शुरू करने की बात ही नहीं हो रही।
मुख्यमंत्री कमलनाथ की साप्ताहिक अवकाश की घोषणा के बाद तत्कालीन पुलिस महानिदेशक ऋषि शुक्ला ने पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने का आदेश जारी किया था, लेकिन सप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था ने दो महीने में ही दम तोड़ दिया। राजधानी में एक दिन में छह इंस्पेक्टर समेत 351 पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देना था। इसके लिए रोस्टर भी तैयार कर लिया गया था।
साप्ताहिक अवकाश बंद करने के पीछे अफसरों का तर्क है कि लोकसभा चुनाव ड्यूटी के लिए फोर्स की आवश्यकता थी। शहर में 14 से 15 घंटे ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों में अवकाश नहीं मिलने से नाराजगी है। वे साप्ताहिक अवकाश दोबारा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ की साप्ताहिक अवकाश की घोषणा के बाद तत्कालीन पुलिस महानिदेशक ऋषि शुक्ला ने पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने का आदेश जारी किया था, लेकिन सप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था ने दो महीने में ही दम तोड़ दिया। राजधानी में एक दिन में छह इंस्पेक्टर समेत 351 पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देना था। इसके लिए रोस्टर भी तैयार कर लिया गया था।
साप्ताहिक अवकाश बंद करने के पीछे अफसरों का तर्क है कि लोकसभा चुनाव ड्यूटी के लिए फोर्स की आवश्यकता थी। शहर में 14 से 15 घंटे ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों में अवकाश नहीं मिलने से नाराजगी है। वे साप्ताहिक अवकाश दोबारा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।