बालाघाट। मंगलवार सुबह यहां एक संत ने समाधि में प्राण त्यागने की घोषणा कर दी। इसका जैसे ही लोगों को पता चला तो हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उनके निवास के बाहर लग गई। तय समय से कुछ देर पहले संत ध्यान की मुद्रा में समाधि लेने बैठ गए। लेकिन, जब तय समय निकल जाने पर संत की सांस चलती रहीं तो वहां मौजूद लोगों ने ढोंगी बाबा के जमकर नारे लगाए।
जानकारी के मुताबिक, जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर हट्टा डूंडासिवनी में कबीर पंथ के संत सुबोध दास उर्फ मंगल दास ने सुबह कहा कि वे मानव कल्याण के लिए समाधि ले रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके गुरु सपने में आए थे, उन्होंने कहा था कि 10.15 बजे से उनके प्राण जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
इसके बाद जैसे ही लोगों को संत सुबोध दास के समाधि लेने की बात पता चली हजारों की संख्या में लोग गांव में संत की समाधि प्रक्रिया देखने पहुंच गए। तय समय से कुछ मिनट पहले संत भी समाधि लेने बैठ गए। लेकिन जब तय समय तक संत के प्राण नहीं निकले तो कुछ लोगों ने ढोंगी बाबा के नारे लगाने शुरू कर दिए। फिलहाल, लोगों की भीड़ को देखते हुए गांव में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए हैं।