भोपाल। भाजपा नेता एवं भोपाल लोकसभा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह नाथुराम गोडसे विवाद को शांत करने की हर संभव कोशिश कर रहीं हैं परंतु नाथूराम गोडसे पर दिए गए बयान पर अब भी कायम हैं। केंद्र में एनडीए सरकार के लिए जरूरी नीतीश कुमार के बयान के बाद प्रज्ञा ठाकुर ने मौनवृत धारण कर लिया है।
क्या कहा था प्रज्ञा ठाकुर ने
साउथ इंडिया के एक्टर एवं नेता कमल हासन ने बयान दिया था कि आजाद भारत का पहला आतंकवादी नाथुराम गोडसे था, जो हिंदू था। इस बयान की प्रतिक्रिया में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि नाथूराम गोडसे, देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। जो लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं उन्हें अपने अंदर झांक कर देखना चाहिए। ऐसे लोगों को इन चुनावों में लोग मुंहतोड़ जवाब देंगे।
विवाद हुआ तो क्या क्या बयान दिए
विवाद बढ़ने के बाद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि वो महात्मा गांधी का सम्मान करतीं हैं। उन्होंने देश के लिए जो कुछ किया, कोई और नहीं कर सकता।
ताजा बयान सामने आया है कि चुनावी प्रक्रियाओ के उपरान्त अब समय है चिंतन मनन का,
इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा प्रार्थी हूँ और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा के अंतर्गत प्रयश्चित हेतु 21 प्रहर के मौन व कठोर तपस्यारत हो रही हूं। हरिः ॐ
नाथुराम का नाम एक भी बार नहीं लिया
अपने स्पष्टीकरण में प्रज्ञा ठाकुर ने एक भी बार नाथूराम गोडसे का नाम नहीं लिया। बड़ी ही चतुराई के साथ वो नाथूराम गोडसे के मामले को छुपा रहीं हैं। शायद वो संकेत दे रहीं हैं कि हां, महात्मा गांधी भी देशभक्त थे परंतु नाथूराम गोडसे भी देशभक्त ही थे।