भोपाल। Plan India NGO में घोटाला का खुलासा हुआ है। NGO के अधिकारियों का कहना है कि भोपाल के 7 सदस्यों ने मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया। उन्होंने एड्स पीड़ित बच्चों की मदद के लिए आए 2 करोड़ रुपए में से 36 लाख रुपए हड़प लिए। पुलिस ने 2 महिलाओं सहित कुल 7 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
अशोका गार्डन पुलिस के मुताबिक प्लान इंडिया देशभर में एड्स पीड़ित बच्चों की मदद के लिए काम करती है। इसके लिए उसे यूनिसेफ से आर्थिक मदद मिलती है। प्लान इंडिया अलग-अलग प्रदेशों में एड्स पीड़ित बच्चों के लिए काम करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर काम करती है। इसके लिए प्लान इंडिया प्रत्येक राज्य में सोसायटी बनाती है। उसमें संबंधित संस्था के लोगों को सदस्य के रूप में शामिल करती है।
इसके बाद संबंधित सोसायटी को काम करने के लिए राशि प्रदान की जाती है। प्लान इंडिया की मप्र में गठित सोसायटी में मनोज वर्मा, राजपाल, धर्मेंद्र जैन, प्यारसिंह, किशोर, नीतू जोशी और रेखा शामिल थी। प्लान इंडिया ने एड्स पीड़ित बच्चों की मदद के लिए 1 अक्टूबर 2015 को सात करोड़ रुपए अनुदान के रूप में दिए थे। यह प्रोजेक्ट दो साल का था।
प्रोजेक्ट की समय अवधि पूरी होने पर प्लान इंडिया की ऑडिट टीम ने बेलेंस शीट का मिलान किया तो जांच में पता चला कि 1 अक्टूबर 2015 से 18 मई 2016 के बीच सोसायटी के सदस्यों ने 36 लाख रुपए का गबन कर लिया है। यह जानकारी भी मिली की यह राशि सदस्यों ने सीधे अपने बैंक खातों में ट्रांसफर कराई है। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्लान इंडिया ने सदस्यों से रुपए वापस जमा करने को कहा।
इसके लिए उन्हें लीगल नोटिस भी जारी किए। लंबा समय बीतने के बाद भी जब रुपए वापस नहीं किए तो प्लान इंडिया के प्रतिनिधि अनूप अरोरा ने मामले की लिखित शिकायत थाने में की। पुलिस ने जांच के बाद सभी सातों सदस्यों पर के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत और साजिश के तहत रुपए हड़पने का केस दर्ज कर लिया है।