भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा की अगुवाई में आज कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी.एल.कांता राव जी से मिलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत दर्ज करायी।
प्रधानमंत्री ने 2 झूठे आरोप लगाए, आचार संहिता का उल्लंघन है
1. प्रधानमंत्री मोदी ने 1 मई को होशंगाबाद जिले के इटारसी में एक आमसभा को संबोधित किया था। अपने संबोधन में उन्होंने एक आपत्तिजनक बयान दिया कि ‘‘कांग्रेस में इतनी नफरत है कि मुझे मारने के सपने देख रही है“ उनका यह बयान बेहद आपत्तिजनक है। वे देश के प्रधानमंत्री हैं। 130 करोड़ लोगों के मुखिया हैं। उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि कौन उन्हें मारना चाहता है और उन्होंने यह आरोप किस आधार पर लगाया है? साथ ही उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह जी को लेकर भी एक आपत्तिजनक बयान दिया कि ‘‘दग्विजय सिंह जी जाकिर नाइक को कंधे पर बैठाकर नाचते हैं“ उनका यह बयान भी निजी, व्यक्तिगत अमर्यादित, झूठा व कांग्रेस प्रत्याशी की छवि बिगड़ने वाला है। अतः उनके खिलाफ अविलंब आचार संहिता के उल्लंघन की कार्रवाई की जाये।
अमित शाह ने सेना के नाम पर वोट मांगे
2. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कल 2 मई को ब्यावरा में एक सभा में अपने संबोधन में बार-बार सेना के नाम का जिक्र किया, सेना द्वारा की गई एयर स्स्ट्राइक का जिक्र किया। सेना के नाम का उपयोग कर अपनी पार्टी का प्रचार प्रसार किया। जबकि चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि राजनीतिक दल सेना के नाम का उपयोग नहीं कर सकते। फिर भी उन्होंने ऐसा कर चुनाव आयोग के निर्देशों की अवहेलना की। अतः उनके खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की कार्रवाई की जाए।
शिवराज सिंह जनता में भ्रम फैला रहे हैं
3. कांग्रेस ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ आज आचार संहिता के उल्लंघन की आठवीं शिकायत दर्ज कराई। कल 2 मई को शिवराज सिंह चौहान सागर जिले के राहतगढ़ में थे। वहाँ उन्होंने अपने संबोधन में कहा आपका एक वोट दो काम आएगा। एक से दिल्ली में सरकार बनेगी, दूसरे से प्रदेश की सरकार गिरेगी। उनका यह बयान जनादेश का अपमान है। एक चुनी हुई राज्य सरकार को अस्थिर करने का प्रयास है। मतदाताओं के मन में भ्रम फैलाने का प्रयास है। अतः उन्हें तत्काल चुनाव प्रचार से बैन किया जाए।
प्रतिनिधिमंडल में नरेन्द्र सलूजा, भूपेन्द्र गुप्ता, संगीता शर्मा, विवीयन खोंगल, फिरोज सिद्दीकी, अवनीश बुंदेला, अजय यादव, मिथुन अहिरवार, अनीस गूद्दू, प्रवीण धौलपुरे आदि उपस्थित थे।