ग्वालियर। कोचिंग संचालक (Coaching operators) बच्चों को पढ़ाने के लिये कोई भी मापदण्ड नहीं अपना रहे हैं। शहर में संचालित अधिकांश कोचिंग तो ऐसी हैं जो एक या दो कमरों में चल रही हैं और उनमें एक सैकड़ा से ज्यादा बच्चे अध्ययन कर रहे हैं। कोचिंग सेंटरों (Coaching centers) पर न तो वाहन खड़ा करने के लिये पार्किंग (PARKING) की व्यवस्था है और न ही सुरक्षा के कोई इंतजाम। संचालक सिर्फ विद्याथियों (STUDENT) से मोटी फीस वसूल कर रहे हैं।
ऐसे सेंटरों के खिलाफ पुलिस अब सख्त कार्रवाई करेगी और समझाइश देगी कि वाहनों को खड़ा करने के लिये पार्किंग का इंताजम करें नहीं तो कार्रवाई करने में देरी नहीं की जाएगी। इसको लेकर कोचिंग संचालकों और पुलिस अफसरों के बीच मंथन बैठक भी होगी। शहर में पांच सैकड़ा से अधिक कोचिंग संचालित हो रही हैं जिनमें हजारों बच्चे सुबह होते ही अध्ययन करने जाते हैं। कोचिंग सेंटरों पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से इन्हें वाहनों को सडक़ पर खड़ा करना पड़ता है जिससे कई बार वाहन चोरी हो जाते हैं।
वाहन सडक़ पर लगने से जाम की स्थिति बनी रहती है। कोचिंग सेंटरों के कारण लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिये पुलिस अब सख्त होने जा रही है और इसके लिये बैठक आयोजित की जाएगी। जिन कोचिंगों में पार्किं की व्यवस्था नहीं होगी उन्हें समझाइश दी जाएगी कि वह पार्किंग के लिये जगह निर्धारित करें नहीं तो कार्रवाई होगी।