FANI CYCLONE LATEST: 2 राज्यों में तेज आंधी-बारिश शुरू, कई राज्य प्रभावित होंगे

नई दिल्ली। समुद्र में उमड़ रहा तूफान जिसे FANI नाम दिया गया है अभी किनारे से टकराया नहीं है परंतु आसमान में उसका असर नजर आने लगा है। 2 राज्य आंध्रप्रदेश एवं ओडिशा में तेज आंधी एवं बारिश शुरू हो गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तूफान के कारण कई राज्यों का मौसम प्रभावित होगा। चेतावनी दी गई है कि जिन इलाकों के प्रभावित होने की संभावना है वहां ना जाएं। इलाके खाली कर दिए जाएं। 

स्पेशल ट्रेन रवाना, 8 लाख लोग विस्थापित होंगे

गुरूवार सुबह 5 बजे तक यह चक्रवात ओडिशा तट से 450 किमी दूर था और आशंका जताई जा रही है कि शुक्रवार दोपहर तक यह ओडिशा के गोपालपुर और चांदबली के बीच तट से टकरा सकता है। चक्रवात फेनी को लेकर प्रशासन और सरकार के अलावा नेवी भी पूरी तरह से अलर्ट है और सारी तैयारियां की जा चुकी हैं। पूर्वी रेलवे आज दोपहर में एक स्पेशल ट्रेन शुरू करेगा जो रिजर्व और अनरिजर्व बर्थ के साथ रवाना होगी जो शालिमार जाएगा। यह ट्रेन खुर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक, जाजपुर, केंदुझार रोड, भद्रक, बालासोर और खड़कपुर में रुकते हुए दोपहर 1.30 बजे भुवनेश्वर पहुंचेगी। लोगों को आसरा देने के लिए सरकार ने 879 सायक्लोन सेंटर बनाए हैं। तूफान को देखते हुए करीब 8 लाख लोगों को विस्थापित कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा। रेलवे ने दो और ट्रेनें चलाने की घोषणा की है जो 3 और 6 बजे पुरी से निकलेगी जो हावड़ा जाएगी। रास्ते में यह खुर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक, जाजपुर, खेंदुजार, भद्रक, बालासोर और खड़कपुर में रुकेगी।

कई ट्रेनें रद्द, कई के रूट बदले

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने कहा है कि फेनी के प्रभाव से अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और कई के मार्ग बदल दिए गए हैं। ओएनजीसी ने भी आंध्र प्रदेश के तट के पास बंगाल की खाड़ी में तेल और गैस की खोज के लिए स्थापित अपने छह रिग से 480 कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया है। इनमें से पांच रिग पर अब एक भी कर्मचारी नहीं रह गए हैं।

ये राज्य प्रभावित होंगे

एनडीएमए ने कहा कि फेनी के प्रभाव से आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिमालयी क्षेत्रों में 40-50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। नौसेना और तटरक्षक बल के पोत व हेलिकॉप्टर और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के राहत दल को सभी अहम स्थानों पर तैनात कर दिया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना और वायु सेना की टुकड़ियों को भी तैयार रखा गया है।

लोगों को डरा रही फेनी की भयावहता

चक्रवाती तूफान फेनी जैसे जैसे ओडिशा सीमा के नजदीक आ रहा है, उसकी सक्रियता व भयावहता को लेकर लोगों में भय का माहौल बनते जा रहा है। प्रशासन की तरफ से युद्ध स्तर पर जीरो कैजुअल्टी को लेकर तैयारी चल रही है, मगर लोगों के मन में इस तूफान का खौफ साफ तौर पर देखा जा रहा है। प्रशासन की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है।

पुरी से पर्यटकों को वापस जाने के लिए कहा 

एक तरफ जहां पुरी में बाहर से आए पर्यटकों को शहर खाली करने का सुझाव दिया गया है तो वहीं जिले के निचले हिस्से में रहने वाले एक लाख चार हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का इंतजाम कर लिया गया है। खासकर चिलिका झील के आस-पास के गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर लिए जाने की व्यवस्था की गई है। फेनी के तीन मई को पुरी-सातपड़ा वनखंड के बीच स्थल भाग से टकराने का अनुमान है। ऐसे में इस समय 195 से 205 किमी की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके साथ ही इस दौरान राज्य में भारी से भारी बारिश होगी साथ ही ओला पड़ने का भी पूर्वानुमान है।

हावड़ा से विजयनगरम के बीच 74 ट्रेनें रद्द

राज्य सरकार की तरफ से ऐहतियात के तौर पर सभी प्रकार के कदम उठाए गए हैं। सभी पुलिस कर्मचारियों की छुट्टी रद्द है। 11 आईपीएस अधिकारियों को विशेष दायित्व दिया गया है। एहतियात के तौर पर हावड़ा से विजयनगरम के बीच यात्रा करने वाली 74 ट्रेनों को गुरुवार दोपहर से रद्द कर दिया गया है। भद्रक-विजयनगरम के बीच भी ट्रेन यातायात को स्थगित कर दिया गया है।

भुवनेश्वर तथा पुरी की सभी ट्रेनें रद्द

भुवनेश्वर तथा पुरी की तरफ आने वाली सभी ट्रेन को भी स्थगित किया गया है। हावड़ा-इस्टकोस्ट कोरोमंडल एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है। सिकंदराबाद जाने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। किसी भी स्थिति के बारे में जानकारी के लिए ओड़िशा मुख्य राहत आयुक्त की तरफ से 1070 हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए 24 घंटे संचालित रहने वाला कंट्रोल रूम खोला गया है। बुरी तरह से प्रभावित होने वाले संभावित जिले गम्भीर रूप से प्रभावित होने वाले पुरी, नयागड़, खुर्दा, कटक, गंजाम, गजपति, बालेश्वर, जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, भद्रक आदि जिले बुरी तरह से प्रभावित होने वाले संभावित जिले हैं।

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