इंदौर। ट्रैफिक सूबेदार एवं मध्यप्रदेश पुलिस के सब इंस्पेक्टर अरुण सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ है। यह वीडियो उन्होंने खुद वायरल करवाया है। दरअसल, यह वीडियो उन्होंने उस समय बनवाया जब उन पर राजनीतिक दवाब डाला गया। लोग वीडियो बनाकर अधिकारियों की पोल खोलते हैं, यहां अधिकारी ने वीडियो बनाकर नेता की पोल खोल दी।
राजबाड़ा पर तैनात ट्रैफिक सूबेदार का वीडियो 2 मिनट 34 सेकंड का है। दरअसल सुबेदार अरुण सिंह ने चलती बाइक पर मोबाइल से बात कर रहे नीलेश जैन को रोका तो उसने अपने कांग्रेस नेता दोस्त अखिलेश जैन (गोपी) को बुला लिया। गोपी जैन ने उन्हे बताया कि वो पूर्व विधायक अश्विन जोशी का भांजा है। गोपी जैन उनकी पूर्व विधायक से फोन पर बात करवाने की कोशिश कर रहे थे कि तभी सूबेदार अरुण सिंह ने स्टिंग आपरेशन प्लान कर लिया और अपने मुंशी से पूरी घटना का वीडियो बनाने को कहा।
बोल रहे हैं कि कांग्रेस का राज है, आपको ये करना पड़ेगा
सूबेदार ने कहा, 'हमने इन्हें मोबाइल पर बात करते हुए रोका तो इन्होंने हमें पूर्व विधायक अश्विन जोशी का भानजा बताया और उनसे बात करने को कहा। हम व्यस्तता के कारण हर इनसान से बात नहीं कर सकते। ये नियम नहीं है कि फंसे हैं तो बात करें। ये बोल रहे हैं कि कांग्रेस का राज है। आपको ये करना पड़ेगा। राजबाड़ा में आपको रहना है तो आपको यह बात माननी पड़ेगी। मैं सूबेदार अरुण सिंह थाना यातायात पश्चिम...मैं किसी की बात नहीं मानूंगा। कोई गलत मिला तो चालानी कार्रवाई बिलकुल करूंगा। चाहे आप बाला बच्चन की धमकी दें या किसी और की। ये अपने आप को कांग्रेस का बता रहे हैं और कह रहे हैं कि हमारा राज है और हमारी चलेगी। ये कह रहे हैं कि तुम्हारी वर्दी उतरवा दूंगा। मैं सबको बता रहा हूं जो भी इस वीडियो को देख रहे हैं या सुन रहे हैं, मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा। मैं किसी शासन की नहीं सुनूंगा। मैं वर्दी पहने हूं। इसके पैसे मुझे शासन से मिलते हैं। सही कार्रवाई करूंगा।'
आरोपित नेता गोपी जैन का बयान
गोपी जैन का कहना है कि मित्र नीलेश जैन मोबाइल पर बात करते हुए जा रहे थे। पुलिसकर्मी ने उन्हें रोका। एक हजार रुपए लेकर 500 रुपए की रसीद दे रहा था। इसकी जानकारी मुझे मिली तो मैं पहुंचा और अपना परिचय दिया तो वह वीडियो बनाकर हम पर हावी होने लगे।