नई दिल्ली। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भाजपा से टिकट दिए जाने से नाराज सुधाकर चतुर्वेदी ने प्रज्ञा सिंह की उम्मीदवारी पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि मालेगांव विस्फोट मामले में जेल हम भी गए थे, यातनाएं हमने भी भोगीं परंतु प्रज्ञा सिंह ने इसकी मार्केटिंग करके टिकट हासिल कर लिया। सुधाकर चतुर्वेदी ने भाजपा के प्रति भी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मालेगांव मामले में जितने भी लोगों को फंसाया गया, भाजपा ने प्रज्ञा सिंह को छोड़कर किसी को महत्व नहीं दिया।
सुधाकर चतुर्वेदी कौन है
सुधाकर चतुर्वेदी मिर्जापुर के रहने वाले हैं। उन्होंने इलाहाबाद से ग्रेजुएशन और मिर्जापुर से एमए किया है। सामान्य शिक्षा के बाद सुधाकर चतुर्वेदी आरएसएस में सक्रिय हो गए और प्रचारक बने। इसी के साथ वो अभिनव भारत संस्था से जुड़ गए। मालेगांव ब्लास्ट के बाद 23 अक्टूबर 2008 को उन्हें नासिक से गिरफ्तार कर मुंबई ले जाया गया। उन्हें पिस्टल और बम बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हे मालेगांव विस्फोट मामले में कर्नल के बाद दूसरा प्रमुख आरोपी माना गया।
प्रज्ञा सिंह राजपूत तो नहीं है, राजपूत समाज से है: सुधाकर
हिंदू महासभा के टिकट पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के खिलाफ मिर्जापुर सीट से चुनाव लड़ रहे सुधाकर चतुर्वेदी ने कहा, "वो सब (साध्वी प्रज्ञा ठाकुर) बड़े आदमी हैं। लामबंद हो गए। वो क्या है कि वो राजपूत समाज से हैं, राजपूत तो नहीं हैं, लेकिन उनके पीछे राजपूत समाज लामबंद हुआ कि साध्वी को टिकट मिलना चाहिए। वगैरह वगैरह। हमारे साथ कोई लामबंद नहीं हुआ। क्या है, मार्केटिंग है न। जिसकी मार्केटिंग होगी वही माल बिकेगा। कितना भी अच्छा माल हो, अगर मार्केटिंग नहीं हुई तो नहीं बिकेगा।"
हम संघ के प्रचारक हैं, बीजेपी वाले हमको पचा नहीं पाएंगे
साध्वी प्रज्ञा को बीजेपी उम्मीदवार बनाने पर कहा, "अच्छा है। टिकट मिलना चाहिए उनको। लेकिन वो अकेले जेल में थोड़े थीं। सब साथ में हैं न (और भी लोग साथ में थे)। जिसको जहां पे दांव मिला वहां पे खेल रहा है। क्या कर सकते हैं।" सुधाकर ने बताया कि जेल से निकलने के बाद अब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से उनकी बात नहीं होती। भविष्य में बीजेपी की ओर से बुलावे के सवाल पर सुधाकर ने कहा, "बीजेपी के साथ जाने के लिए वक्त आने पर देखा जाएगा लेकिन हमें बुलाएंगे नहीं। उनको हमारी गरज नहीं है। उनकी बहुत सारी मजबूरियां हैं। हम संघ में प्रचारक रहे हैं। वो हमको पचा नहीं पाएंगे।"
मालेगांव मामले में कौन कौन जेल गए थे
महाराष्ट्र के मालेगांव ब्लास्ट मामले में एटीएस ने अभिनव भारत नाम की संस्था को जिम्मेदार माना था। इस मामले में कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित, सुधाकर चतुर्वेदी, सुधाकर द्विवेदी समेत 14 ऐसे नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। एटीएस ने सभी पर मालेगांव में विस्फोट करने और विस्फोट की साजिश रचने का आरोप लगाया था। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाम से दर्ज एक बाइक का हमले में इस्तेमाल किया गया था इसलिए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भी गिरफ्तार किया गया था।
बीजेपी भी कांग्रेस की तरह सेकुलर पार्टी है, वोटबैंक की राजनीति करती है
कभी मालेगांव विस्फोट मामले के आरोपियों से बीजेपी की ओर से संबंधों को नकारने के सवाल पर सुधाकर ने दावा किया कि भगवा मुद्दे पर राजनीति कर रही बीजेपी के लिए हिंदुत्व मुद्दा ही नहीं रहा। उन्होंने कहा, "एक बात साफ़ है कि भाजपा हिंदुत्ववादी पार्टी नहीं है। किसी भी एंगल से नहीं है। सब ब्लफ है। ब्लफ क्या डबल ब्लफ है। भ्रम फैलाया जा रहा है। बीजेपी सेकुलर पार्टी है। दस साल में पूरा कांग्रेसी हो जाएंगे। 2014 से इन्होंने एक भी काम हिंदुत्व के लिए किया हो तो कोई बताए।