भोपाल। MAKHANLAL CHATURVEDI UNIVERSITY घोटालों के विवाद बढ़ते जा रहे हैं। राजनीति के विशेषज्ञ सांसद राकेश सिन्हा ने माखनलाल में नौकरी हासिल की और पत्रकारिता सिखाने के नाम पर वेतन प्राप्त किया। जब सांसद राकेश सिन्हा जांच की जद में आए तो उन्होंने दावा किया कि नए कुलपति दीपक तिवारी की नियुक्ति भी गलत तरीके से हुई है। इतना ही नहीं उन्होंने संतुलित शब्दों में सरकार गिराने की धमकी भी दी।
सांसद राकेश सिन्हा ने आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार ने नए कुलपति दीपक तिवारी की नियुक्ति गलत तरीके से की है, उनकी नियुक्ति के लिए तय प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। कुलपति की नियुक्ति से पहले महापरिषद की बैठक बुलाई जाती है, उसमें अनुमोदन लेने के बाद निर्णय लिया जाता है। लेकिन कमलनाथ सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया। अकेडमिशियन्स फॉर फ्रीडम के बैनर तले हुई पत्रकार वार्ता में सिन्हा ने कहा कि जांच कमेटी एक पक्षीय कार्यवाही कर रही है, जिन्हें आरोपित बनाया गया है उनका पक्ष भी नहीं सुना गया।
सांसद ने धमकी दी: एफआईआर वापस नहीं तो सरकार गिरा दूंगा
राकेश सिन्हा ने कहा कि कमलनाथ सरकार के सात विधायक विद्रोह पर उतर आए हैं। ये सातों विधायक विवि के खिलाफ कार्रवाई से नाखुश हैं। कांग्रेस के तीन और विधायक मुझसे मिलने वाले हैं। यह लड़खड़ाती हुई सरकार कभी भी गिर सकती है। राकेश सिन्हा ने कहा कि विवि को लेकर उपराष्ट्रपति को ज्ञापन सौंप चुके हैं। अगर विवि के प्रोफेसरों पर से एफआईआर वापस नहीं हुई तो पूरे देश के शैक्षणिक संस्थाओं के साथ आंदोलन करेंगे। इस मामले को लेकर उन्होंने प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को भी ज्ञापन सौंपा। उन्होंने एमसीयू के शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज करने और जीरो ईयर घोषित करने को असंवैधानिक बताया।