भोपाल। छिंदवाड़ा में चुनाव अब एक तरफा हो गया है। सीएम कमलनाथ और उनके चिरंजीव नकुल नाथ की राह का सबसे मजबूत कांटा आज टूट गया। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के दोनों प्रत्याशियों ने कमल और नकुल को अपना नाथ स्वीकारते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया और चुनाव से बाहर हो गए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से भेजे गए प्रेस रिलीज के अनुसार छिन्दवाड़ा लोकसभा क्षेत्र के गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार सरेआम व छिन्दवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी सुदेश नागवंशी ने आज गोंडवाना गणतंत्र पार्टी छोड़ी और चुनाव मैदान से भी हटे। उक्त दोनों ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी और नकुल नाथ जी का किया समर्थन।
श्री सरेआम एवं श्री सुदेश ने कांग्रेस की रीति नीतियों व कमलनाथ जी द्वारा क्षेत्र में किये गये ऐतिहासिक विकास कार्यों से प्रभावित होकर लिया फैसला है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी के हाथों में ही छिन्दवाड़ा का भविष्य सुरक्षित है। श्री नाथ ने क्षेत्र में विकास की गंगा बहायी है और छिन्दवाड़ा का पिछड़ापन दूर कर उसे देश के नक्शे पर लाये। आज छिन्दवाड़ा माॅडल की पूरे देश में अलग पहचान है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने समर्थन देने से इंकार कर दिया था
बता दें कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कांग्रेस को समर्थन देने से इंकार कर दिया था। पार्टी ने तय किया था कि वो छिंदवाड़ा में नाथ परिवार का सामना करेंगे। जिक्र जरूरी है कि छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की स्थिति भाजपा से ज्यादा मजबूत है। अमित शाह खुद गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेता को भाजपा का टिकट देना चाहते थे। जब गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने समर्थन देने से इंकार किया तो कमल नाथ ने अपनी चिरपरिचित राजनीति का परिचय दिया और पार्टी के दोनों प्रत्याशियों का सरेंडर करवा लिया।