भोपाल। इंदौर के सबसे दिग्गज भाजपा नेता एवं महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर लोकसभा सीट से अपना दावा ठोक दिया है। विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल की चुनौती इंदौर से बड़ी है, फिर भी पार्टी कहेगी तो इंदौर से भी लड़ लूंगा। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन द्वारा पत्र लिखे जाने और नाराजगी पर उन्होंने कहा कि पार्टी ने 75 पार के नेताओं को टिकट नहीं देने का फैसला लिया है। ताई ने भी पार्टी के उस फैसले का सम्मान किया है। इसमें किसी तरह का विवाद नहीं है।
ताई नहीं चाहतीं कैलाश विजयवर्गीय को टिकट मिले
इधर सुमित्रा महाजन ने पार्टी को स्पष्ट रूप से बता दिया है कि वो कैलाश विजयवर्गीय को नहीं चाहतीं। उन्होंने कुछ नाम भी दिए हैं। इंदौर में ताई के इशारे पर महाराष्ट्रीयन समाज ने अमित शाह को एक चिट्ठी भी लिखी है। ताई समर्थक उनके बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि ताई इसी शर्त पर कदम पीछे हटाने के लिए तैयार हुईं हैं कि कैलाश विजयवर्गीय को टिकट नहीं दिया जाएगा। इधर कैलाश विजयवर्गीय समर्थक पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि इंदौर से लोकसभा का टिकट कैलाश विजयवर्गीय को ही मिलेगा।
सुसाइट कर रहे हैं दिग्विजय सिंह :
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भोपाल से चुनाव लड़ने पर विजयवर्गीय ने तंज कसते हुए कहा कि सिंह सुसाइड कर रहे हैं। उन्हें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फंसाया है। भोपाल से शिवराज जी हों या उमा भारती जी, वे दिग्विजय सिंह को हराएंगे। जीत भाजपा की ही हाेगी।
ई-टेंडरिंग: कीचड़ उछालने से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा
प्रदेश में ई-टेंडरिंग सहित पुराने घोटालों की फाइल खुलने के मामले में भाजपा के महासचिव ने कहा कि तबादला उद्योग का सारा पैसा हवाला में पकड़ाया है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का इससे मुंह काला ही हुआ है। कांग्रेस भाजपा पर कीचड़ उछाल रही है। इससे उन्हें कोई फायदा नहीं होगा। सरकार यदि रिपाेर्ट को सार्वजनिक करने की बात कह रही है तो यह अच्छा है उसे रिपोर्ट सार्वजनिक करने दो। वे पहले ही ट्रांफसर घोटाले में फंसे हुए हैं। ये रिपोर्ट सामने आई तो और खुलासे भी होंगे।