कैंसर CANCER) एक जानलेवा बीमारी है. दुनियाभर में ये घातक बीमारी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है. अनहेल्दी लाइफस्टाइल से अनहेल्दी डाइट समेत कैंसर के कई कारण हो सकते हैं. लेकिन अब आप खुद को कैंसर से सुरक्षित रख सकेंगे. दरअसल, वैज्ञानिकों (Scientists) ने कैंसर का एक नया इलाज (A new treatment of cancer) ढूंढ निकाला है. वैजानिकों का दावा है कि उन्होंने डिकॉय मॉलिक्यूल्स विकसित किया है, जो कैंसर की कोशिकाओं का नष्ट करने की क्षमता रखता है.
यह स्टडी चूहों पर की गई है. स्टडी में सामने आया है कि इस तकनीक से कैंसर कोशिकाएं शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलती नहीं हैं. साथ ही इससे ट्यूमर की ग्रोथ भी धीमी हो जाती है. वैज्ञानिकों का दावा है कि इस नई खोज के बाद वो ऐसी दवाइयां बना सकेंगे, जो कई तरह के कैंसर पर कारगर साबित हो सकेंगी.
हिब्रू यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का दावा है कि किसी भी स्टडी में अभी तक कैंसर के इलाज के लिए कैंसर की कोशिकाओं में मौजूद प्रोटीन को टार्गेट नहीं किया गया है. शोधकर्ताओं ने बताया, इन्हें RNA बाइंडिंग प्रोटीन कहते हैं, क्योंकि ये RNA मॉलिक्यूल्स को बांधकर रखते है. ये प्रोटीन सभी जीवित जीवों में जीन और कई बायोलॉजिकल भूमिकाओं के लिए जिम्मेदार होते हैं.
स्टडी के मुताबिक, कैंसर कोशिकाओं में मौजूद प्रोटीन जो RNA से बंधते हैं, कैंसर के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं. हिब्रू यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल रिसर्च-इजराइल-कनाडा के प्रोफेसर Rotem Karni और उनकी टीम ने यह स्टडी की है.
Rotem Karni और उनकी टीम ने एक तरह का मॉलिक्यूल विकसित किया है, जो SRSF1 नाम के RNA मॉलिक्यूल को शरीर की दूसरे ऑर्गन के बजाए खुद से चिपका लेता है. इससे कैंसर शरीर में फैलने से रुक जाता है. वैज्ञानिकों ने लैबोरेटरी में ब्रेन और ब्रेस्ट कैंसर की कोशिकाओं पर इस डिकॉय मॉलिक्यूल की जांच की है.
इसके अलावा शोधकर्ताओं ने हेल्दी चूहों के दिमाग में कैंसर कोशिकाएं इंजेक्ट कर के भी डिकॉय मॉलिक्यूल्स की जांच की है. करीब 3 हफ्तों के बाद शोधकर्ताओं ने चूहों के दिमाग में मौजूद ट्यूमर की दोबारा जांच की. नतीजों में सामने आया कि जिन चूहों को डिकॉय मॉलिक्यूल दिया गया, उनके ट्यूमर की ग्रोथ दूसरे चूहों के मुकाबले काफी कम हो गई थी.
वैज्ञानिकों का दावा है कि यह डिकॉय मॉलिक्यूल्स कैंसर की कोशिकाओं में मौजूद प्रोटीन को अपनी ओर खींच लेता है, जिससे कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलने से रुक जाता है. शोधकर्ताओं ने कहा, स्टडी के नतीजों के आधार पर कहा जा सकता है कि डिकॉय मॉलक्यूल्स ट्यूमर की ग्रोथ को बढ़ने से रोकता है.
प्रोफेसर Rotem Karni ने कहा, 'हमारी नई खोज कैंसर के इलाज में बहुत कारगर साबित हो सकती है. उन्होंने आगे कहा, इंसानों पर डिकॉय मॉलिक्यूल्स टेस्ट करने से पहले हम जानवरों पर इस मॉलिक्यूल्स का असर देखेंगे.' शोधकर्ताओं मे बताया कि कैंसर के इलाज के लिए दी जाने वाली कीमोथेरेपी में मरीज को जो दवाइयां दी जाती हैं वो कैंसर की कोशिकाओं पर पूरी तरह असरदार नहीं होती हैं.
कैंसर की दवाइयां (Cancer medicines) आमतौर पर कोशिकाओं पर हमला करती हैं, जिससे कोशिकाएं तेजी से विभाजित होने लगती हैं. इससे बोन मेर्रो, डाइजेस्टिव सिस्टम, हेयर फॉलिकल्स (Bone Marrow, Digestive System, Hair Folicus) पर बुरा असर पड़ता है, जिससे लोगों के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं. लेकिन शोधकर्ताओं का मानना है कि नई तकनीक से कैंसर का इलाज बेहतर तरीके से हो सकेगा.