नई दिल्ली। एक पति को अपनी पत्नी का मायके जाना इतना नागवार गुजरा कि उसने चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी. आरोपी पति की पहचान जमाल नासिर (Jamal Nasir) के रूप में हुई है, जबकि उसकी पत्नी का नाम निगार (Niggar) था. पति के हमले में बुरी तरह से घायल निगार को अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान दो दिन बाद उसकी मौत हो गई. वहीं, वारदात के बाद से ही आरोपी पति फरार है.
मामला दिल्ली के अंबेडकर नगर (Ambedkar Nagar) का है. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर फरार पति की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. फिलहाल पुलिस ने पति पक्ष से कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और उसने पूछताछ कर रही है.
लड़की पक्ष ने बताया है कि उनकी बेटी का पति काफी शराब पीता था और आए दिन नशे में धुत होकर उनकी बेटी के साथ मारपीट करता था. इसलिए बेटी पति के शराब पीने और मारपीट से परेशान होकर मायके चली आई. शब्बे-ए-बरात के दिन उसके पति के बहुत जिद करने पर बेटी को उसके साथ घर भेज दिया लेकिन उसने उसे मार डाला.
आरोपी पति ने पत्नी के छोटे भाई मसरूर उर्फ मोनू के पास ही निगार पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया और हो गया फरार. घायल निगार को उसका भाई मशरूर तुरंत ऑटो में बैठा कर एम्स ट्रॉमा ले गया जहां पर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. परिवार का आरोप है कि करीब 20 से 25 बार चाकू से हमला कर आरोपी मौके से फरार हो गया. मसरूर अपनी बहन को खून से लथपथ हालत में एम्स ट्रॉमा सेंटर लेकर गया, जहां 21 अप्रैल को निगार की मौत हो गई. घटना के बाद से ही पति पक्ष का सारा परिवार फरार चल रहा है.
2016 में हुई निगार-जमाल की शादी निगार का परिवार अबूल फजल इंक्लेव पार्ट वन जामिया नगर इलाके में रहता है. मई 2016 में मुस्लिम रीति रिवाज के साथ निगार की शादी जमाल नासिर के साथ हुई थी. निगार अपने छह भाई-बहनों में चौथे नंबर की थी. जमाल नासिर शादी के वक्त जाकिर नगर में रहता था. लेकिन बाद में वह मदनगीर आ गया. वह कॉन्ट्रेक्ट लेने का काम करता है.
शादी के बाद जमाल आए दिन शराब पीकर पत्नी के साथ मारपीट करता था. निगार को लगा कि समय के साथ उसका पति सुधर जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. आए दिन वह शराब पीकर आता, उसके साथ गाली-गलौच और मारपीट करता था.
करीब 20 दिन पहले नासिर की मां की तबीयत खराब हो गई तो मां को देखने के लिए वह अपने मायके चली गई. लेकिन वहां पर जाने के बाद वह वापस ससुराल नहीं आ रही थी. इसी दौरान जमाल नासिर ने निगार के परिवार से माफी मांग कर उसे वापस लाने की कोशिश की. लेकिन उसकी हरकत के कारण नासिर को उसके घर वाले नहीं भेज रहे थे. शब्बे-ए-बरात के दिन परिवार से मिलवाने के बहाने निगार को जमाल अपने घर ले आया.
लड़की के परिवार वालों ने नासिर की हरकतों को देखते हुए निगार के भाई मसरूर ऊर्फ मोनू भी उसके साथ भेजा और शाम को साथ में वापस आने की शर्त भी रखी. घर आने के बाद मसरूर आगे वाले कमरे में बैठा था. तभी निगार को जमाल दूसरे कमरे में ले गया और उसने निगार पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया. वो निगार पर करीब 25 बार चाकू से हमला करने के बाद वह वहां से फरार हो गया. पुलिस अब उसकी तलाश कर रही है.