नई दिल्ली। संख्यात्मक प्रतिमान गुणक, उपग्रह से प्राप्त जानकारी और मौसम की निगरानी के विश्लेषण से संकेत मिलता है कि एक जबरदस्त पश्चिमी विक्षोभ आनेवाला है जिससे 15-17 अप्रैल के दौरान दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर पश्चिमी भारत के मौसम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इसका सबसे अधिक असर 16 अप्रैल को देखने को मिलेगा।
उत्तर पश्चिमी भारत की तरफ बढ़ रहा पश्चिमी विक्षोभ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से भारत के मध्यवर्ती और आसपास के इलाकों में ताजा आर्द्रता को खींचेगा। मौसम की उष्मागतिक स्थिति के कारण क्षेत्र के वातावरण में अस्थिरता देखने को मिलेगी और क्षेत्र में दूर-दूर तक तेज आंधी आएगी। जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अधिकतर स्थानों पर 16-17 अप्रैल को वर्षा होगी। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अनेक स्थानों तथा राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से भारी बारिश/गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
16-17 अप्रैल के लिए मौसम की चेतावनी
§ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के सुदूरवर्ती स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
§ पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में तेज वर्षा हो सकती है।
§ जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 60-70 किलोमीटर से लेकर 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ तेज आंधी, बिजली चमकने, ओलावृष्टि होने की संभावना है तथा राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 40-50 किलोमीटर से लेकर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
दिल्ली/एनसीआर के लिए भविष्यवाणी
15 अप्रैल को आकाश में कुछ स्थानों पर बादल छाए रहने के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। 16-17 अप्रैल को आमतौर से बादल छाए रहेंगे और 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेजी आंधी,ओलावृष्टि हो सकती है।