नई दिल्ली। हैवानियत भरी यह खबर बिहार से आ रही है। सर्राफा कारोबारी की बेटी एवं 12वीं की 17 वर्षीय छात्रा का उसी मां के सामने सामूहिक बलात्कार करने की कोशिश की गई। जब छात्रा ने इसका उग्र विरोध किया और वो समर्पण के लिए तैयार नहीं हुए तो दरिंदों ने उसे तेजाब से नहला लिया। उसके शरीर की पूरी त्वचा जल गई है। छात्रा को गंभीर हालत में मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटनाक्रम क्या हुआ
छात्रा की मां ने बताया कि वह बेटी के साथ खाना बना रही थी। तभी कुछ बदमाश मुंह को कपड़े से ढके घर में आ धमके। सभी हथियारों से लैस थे। एक बदमाश ने उनकी कनपटी में हथियार सटा दिया और बेटी को खींचकर ले जाने लगे। जब बेटी और उन्होंने इसका विरोध किया तो एक युवक ने गाली-गलौज करते हुए बेटी को तेजाब से नहला दिया। बदमाशों ने उन पर भी तेजाब फेंका और हथियार लहराते हुए छत की तरफ भाग गए। बेटी छटपटाते हुए हॉल में जाकर गिर गई।
छात्रा हॉल के फर्श पर गिरकर तड़प रही थी
एसिड के हमले में बुरी तरह झुलसी छात्रा जोर-जोर से मदद के लिए चिल्लाने लगी। उसकी आवाज सुनकर आसपास से काफी संख्या में लोग घर के बाहर जमा हो गए। धक्का देने के बाद छात्रा की मां ने दरवाजा खोला। लोगों ने देखा कि छात्रा हॉल के फर्श पर गिरकर तड़प रही थी।
हाथ लगाते ही त्वचा उतरनी लगी
यह देख लोगों ने उसे उठाने का प्रयास किया लेकिन हाथ लगाते ही त्वचा उतरनी लगी। इसके बाद वहां मौजूद महिलाओं ने काफी संभल कर छात्रा को प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठाया। कुर्सी सहित उसे वाहन से मायागंज अस्पताल लेकर पहुंचे।
बदमाशों की पिस्तौल और थैला बरामद
घर से भागते समय बदमाशों का एक कट्टा किचन में ही छूट गया। जबकि छत के मुख्य रास्ते पर प्लास्टिक का एक थैला मिला। थैले में रूमाल था। जानकारी मिलते ही बबरंगज थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। मामले की जांच के लिए पहुंचे सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज और सिटी डीएसपी राजवंश सिंह ने घर वालों से घटना के बारे में पूरी जानकारी ली। साथ ही आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। लड़की के पिता की अलीगंज में सोने-चांदी की दुकान है। जिस समय घटना घटी उस समय उसके पिता दुकान पर थी। छात्रा के दो छोटे भाई हैं। पीडि़त छात्रा इंटर में पढ़ती है।
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा : एसएसपी
एसिड से हमला मामले में दो लोगों को संदेह पर पकड़ा गया है। अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए सिटी डीएसपी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है। मैं खुद घटना की निगरानी कर रहा हूं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
- आशीष भारती, एसएसपी भागलपुर