नई दिल्ली। गुजरात राज्य के राजकोट शहर में मोबाइल गेम पबजी को प्रतिबंधित कर दिया है। इस गेम को कमिश्नर ने शांति भंग के लिए उकसाने वाला गेम बताया है। अब यदि पुलिस को संदेह हुआ तो वो राजकोट शहर में किसी भी व्यक्ति का मोबाइल फोन चेक सकती है और यदि उसमें पबजी डाउनलोड मिला तो मोबाइल फोन जब्त कर लिया जाएगा। यह प्रतिबंध 9 मार्च से शुरू हो गया है। कमिश्नर ने अपील की है कि लोग पबजी गेम रिमूव कर दें एवं यदि किसी आपके पास कोई पबजी एडिक्ट हो तो उसकी सूचना पुलिस को दें।
प्लेयर्स अननोन बैटल ग्राउंड (PlayerUnknow's Battleground), यह एक एक्शन गेम है। इसे PUBG के नाम से ज्यादा पहचान मिली है। सोशल मीडिया पर PUBG गेम को लेकर काफी क्रेज है। PUBG एक मल्टी प्लेयर ऑनलाइन गेम है। यह एक रोमांचक और मार-धाड़ वाला गेम हैं। PUBG गेम के फीचर बेहद असली लगते हैं, जो सचमुच गेम में मौजूद होने का अहसास दिलाते हैं। बता दें कि इससे पहले PUBG गेम को लेकर कई हिंसक घटनाएं सामने आई हैं। हाल ही में महाराष्ट्र के ठाणे में ठाणे के पास कल्याण इलाके में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने पब्जी की दिवानगी के चक्कर में अपने होने वाले बहनोई और बहन दोनों पर धारधार चाकू से हमला किया और वह भाग गया।
घटना 13 फरवरी की है। अंबरनाथ में रहने वाले ओम बावधनकर अपनी होने वाली पत्नी से मिलने कल्याण में आए थे। उस वक्त उनका होने वाला साला रजनीश राजभर पब्जी गेम खेल रहा था। रजनीश के मोबाईल के बैटरी खत्म हो गई तो वह मोबाइल चार्ज करने पहुंचा तो उसे पता चला की चार्जर की वायर को घर के कुत्ते ने काटकर खराब कर दिया है। यह कुत्ता बहन का था, तो दोनों में झगड़ा हो गया। ओम उस वक्त वहीं पर बैठा था। रजनीश ने गुस्से में आकर किचन से चाकू लाया और पहले बहन के लैपटॉप की वायर काटी। जिसके बाद भाई-बहन का झगडा बढ़ा। रजनीश अपना आपा खो चुका था। उसने अपनी बहन पर चाकू से हमला कर दिया। अपनी होने वाली पत्नी को लहूलुहान देख ओम बचाने पहुंचा तो रजनीश ने उसके पेट और जांघों पर धारधार चाकू से हमला किया और भाग गया। बुरी तरह घायल ओम को पहले उल्हासनगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उसे कलवा इलाके के छत्रपती शिवाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के छह दिन बाद मामला कल्याण के कोलसेवाडी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ।