भोपाल। भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा यह चुनाव दिग्विजय सिंह नहीं कांग्रेस पार्टी लड़ रही है। चुनौती हमारे सामने है। भाजपा कहती है कि बहुत कमजोर उम्मीदवार भोपाल को दिया है, लेकिन भाजपा अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं कर पायी है। मैं न डरता हूं न घौंस में आता हूं, जहां से कहो निपटने तैयार हूं।
कार्यकर्ताओं से कहा नो चुगली और नो चमचागिरी
दिग्विजयसिंह ने शक्ति एप कार्यकर्ताओं से कहा कि वे वाट्स एप ग्रुप बनायें और भाजपा के झूठ का पर्दाफाश करें। ‘शक्ति’ के माध्यम से सच्चाई जन-जन तक पहुंचायें। मैं कांगे्रस कार्यकर्ताओं के उत्साह और उमंग के साथ चुनाव लड़ा रहा हूं। उन्होंने प्रत्येक कांग्रेसी से आग्रह किया कि वे अपने-अपने घरों पर कांग्रेस का झंडा लगाकर झंडा अभियान चलायें। उन्होंने कार्यकर्ताओं को कुछ हिदायत भी दीं। कहा कि कोई नारेबाजी नहीं करेगा, जिंदाबाद नहीं बोलेगा। जिंदाबाद करना ही है तो गांधी, नेहरू, आजाद, सरदार पटेल, अम्बेडकर, शास्त्री जी, शंकरदयाल शर्मा, इंदिरा जी, राजीव जी, अर्जुन सिंह, सोनिया जी, और राहुल गांधी के लिये करें। फ्लेक्स के चक्कर में ज्यादा नहीं पड़े। हम जमीन पर लड़ाई लडे़ंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ‘नो चुगली’ और ‘नो चमचागिरी।’
भोपाल का माहौल भाजपा ने बिगड़ा
श्री सिंह ने कहा कि 1990 के बाद से देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश होने लगी। जो गांगा-जमुनी संस्कृति थी वह बाबरी मस्जिद ढहने के बाद खत्म सी हो गयी। भोपाल में पहला दंगा 1992 में हुआ। आपको मालूम होना चाहिये कि विभाजन के समय जब लोग भोपाल छोड़कर जा रहे थे तब भोपाल नवाब ने सबको रोका था। भोपाल की संस्कृति और संस्कार अलग रहे हैं। भोपाल रियासत में गो-हत्या पर प्रतिबंध था। भोपाल में लाखों कार्यकर्ता हैं वे सभी कांग्रेस के लिये काम करेंगे।
इस अवसर पर कांगे्रस उपाध्यक्ष चंद्र प्रभाष शेखर, मंत्रीगण पी.सी. शर्मा, ओमकार सिंह मरकाम, प्रियव्रत सिंह और जयवर्धन सिंह के अलावा कांगे्रस पदाधिकारी, राजकुमार पटेल, सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, सुनील सूद, साजिद अली, मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता, आईटीसेल की अध्यक्ष अजिता वाजपेयी पाण्डे सहित अन्य पदाधिकारी और भोपाल लोकसभा क्षेत्र के कांगे्रस कार्यकर्ता उपस्थित थे।