जनधन खाते में आए 3 लाख, सोचा मोदीजी ने भेजे हैं, LOAN चुका दिया, BIKE खरीद ली, अब पुलिस...

ललित मुदगल/शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में एक अजीब घटनाक्रम हुआ। एक महिला के जनधन खाते में अचानक 3.50 लाख रुपए आ गए। महिला ने सारा कर्ज चुका दिया। पति को बाइक दिला दी। अपने लिए गहने खरीद लिए। इस सारी प्रक्रिया में उसने 3.10 लाख रुपए खर्च कर दिए। उसके हिसाब से 15 लाख में से 3.50 लाख रुपए प्राप्त हो गए, शेष 11.50 लाख रुपए का वो इंतजार कर रही थी कि तभी बैंक मैनेजर पुलिस को लेकर आ गया। अब विवाद शुरू हो गया है। बैंक मैनेजर का कहना है कि वो पैसा तुम्हारा नहीं था। उसे वापस करो नहीं तो जेल भेज देंगे। 

हुआ यूं कि बैंक की गलती से सिरसौद गांव के दुकानदार अनिल नागर का खाता महिला के आधार नंबर से लिंक हो गया। महिला को भी इस बात की जानकारी नहीं थी। महिला कियोस्क सेंटर पर थंब इंप्रेशन मशीन से पैसे निकालने गई तो उसे पता चला कि उसके खाते में 3 लाख रुपए से ज्यादा हैं। उसने अलग-अलग दिन अंगूठा लगाकर कुल 3.10 लाख रुपए निकाल लिए। उसने सोचा कि मोदजी ने 2014 के चुनाव से पहले 15 लाख रुपए देने का वादा किया था। अब वही पैसे जनधन खाते में आने लगे हैं। उसने अपना सारा कर्ज चुका दिया। अपने पति को बाइक दिला दी। खुद भी गहने खरीद लिए। 

अब ​बैंक अधिकारी पुलिस को साथ लेकर आ गए हैं। ब्रांच मैनेजर जेल भेजने की धमकी दे रहा है। पुलिस भी डंडा दिखा रही है। बैंक अधिकारियों ने घर की तलाश ली और घर में रखे 85 हजार रुपए उठा ले गए। महिला ममता कोली,निवासी सिरसोना का कहना है कि हमारा जनधन के तहत जीरो बैलेंस पर खाता खुला था। हमने सोचा प्रधानमंत्री मोदी ने यह रुपए डाले हैं। लोगों से लिया कर्ज लौटा दिया है। पति के लिए मोटर साईकिल खरीदी है। हमारे पास अब पैसे नहीं हैं। हमें नहीं मालूम कि हमारा खाता किसने और कहां लिंक किया।

किसके खाते से निकलते रहे पैसे
सिरसौद निवासी अनिल नागर पुत्र मथुरा प्रसाद नागर की कपड़ों की दुकान है। अनिल बताते हैं कि उन्होंने 3.50 लाख रुपए में अपना ट्रैक्टर बेचकर मध्यांचल ग्रामीण बैंक शाखा स्थित अपने खाते में जमा कर दी थी। छोटे भाई नरेंद्र नागर को 27 फरवरी को चैक देकर रुपए निकालने भेजा। बैंक से भाई का फोन आया कि खाते में पैसे नहीं है। अनिल पासबुक लेकर पहुंचे और एंट्री कराई तो खाते से 3.10 लाख निकल चुके हैं। बाद में खाते की जांच कराई तो गलत आधार नंबर लिंक मिला जो सिरसोना निवासी ममता कोली का पाया गया। सारी गलती बैंक की तरफ से हुई है। 

मेरी बेटी की शादी 5 मई की है, मुझे पैसे चाहिए 
अनिल नागर, व्यापारी का कहना है कि मेरी बेटी की 5 मई को शादी है। बेटी की शादी की तैयारियां करना है। इसलिए ट्रैक्टर बेचकर खाते में साढ़े तीन लाख रुपए जमा कराए थे। बैंक मेरा 3.10 लाख रुपया वापस दिलाए।

पैसे नहीं लौटाए तो हम पुलिस कार्रवाई करेंगे 
अजय दंडौतिया, शाखा प्रबंधक, मध्यांचल ग्रामीण बैंक सिरसौद का कहना है कि आधार नंबर गलत लिंक हो जाने से खाते से रुपए निकले हैं। पुलिस के साथ हम सिरसोना गांव में महिला के घर गए थे। 85 हजार रुपए लौटा दिए हैं जो अनिल नागर के खाते में जमा करा दिए हैं। शेष रकम नहीं लौटाए तो हम पुलिस कार्रवाई कराएंगे। 

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