UJJAIN प्रोफेसर रामवीर सिंह चंदेल के खिलाफ LOAN धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार | MP NEWS

भोपाल। उज्जैन पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्रोफेसर रामवीर सिंह चंदेल के खिलाफ महंगे मोबाइल के लिए लोन धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। एफआईआर मनीष उईके मैनेजर बजाज फायनेंस कंपनी की तरफ से कराई गई है। आरोप है कि 68 हजार रुपए के एक मोबाइल के लिए फर्जी दस्तावेज लगाकर लोन लिया गया। पुलिस ने प्रोफेसर सहित 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। दो आरोपितों की तलाश की जा रही है।

मिसरोद पुलिस के मुताबिक मनीष उईके बजाज फायनेंस कंपनी में मैनेजर हैं। उन्होंने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उसमें बताया था कि किसी ने आशिमा मॉल स्थित एक शोरूम से सैमसंग कंपनी का 68 हजार 900 रुपए कीमत का मोबाइल फोन उनकी कंपनी से फाइनेंस करा लिया था। लोन की किस्त जमा नहीं होने पर कंपनी की रिकवरी टीम किस्त लेने दुर्गेश विहार पिपलानी निवासी शुभिराज भास्करन के घर पहुंची। पूछताछ में शुभिराज ने बताया कि उन्होंने अपने दस्तावेज लगाकर डीबी सिटी स्थित एक शोरूम से पूर्व में एक मोबाइल फोन फाइनेंस कराया था। लेकिन उसकी किस्तें वह क्लियर कर चुके हैं। अपने जरूरी दस्तावेज उन्होंने शोरूम के तत्कालीन कर्मचारी योगेंद्र परिहार के पास जमा किए थे। संभवतः उनके दस्तावेजों का किसी ने दुरुपयोग कर धोखाधड़ी की है।

मामले की जांच कर रहे एएसआई बाबू त्रिपाठी ने बताया कि बाद पता चला कि योगेंद्र ने बजाज फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी सुनील पंवार के साथ मिलकर ठगी की है। इस मामले में अम्बर अग्रवाल नाम के व्यक्ति ने डाउन पेमेंट योगेंद्र और सुनील को देकर मोबाइल फोन ले लिया था। इसके बाद फोन रामवीरसिंह चंदेल को सौंप दिया गया था। खरीदार रामवीर सिंह चंदेल उज्जैन पॉलीटेक्निक कॉलेज में प्रोफेसर हैं। गारंटी के तौर पर मोनू महावर और बालकृष्ण उपमन्यु नाम के व्यक्तियों ने फर्जी चेक लगा दिए थे,जो बैंक में बाउंस हो गए थे। पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में प्रोफेसर चंदेल, योगेंद्र परिहार, सुनील पंवार, अम्बर अग्रवाल, अश्विनी आनंद को गिरफ्तार कर लिया है। बालकृष्ण उपमन्यु और मोनू महावर की तलाश की जा रही है।

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