नरेंद्र मोदी: नीच आदमी के बाद अब मां को गाली, पिता पर तंज | NATIONAL NEWS

भोपाल। 2014 से अब तक हर उस चुनाव में नरेंद्र मोदी की निजी जिंदगी मुद्दा बन जाती है जिसमें भाजपा के सामने चुनौतियां हों। 2014 में चाय वाला, गुजरात विधानसभा चुनाव 2016 में नीच आदमी और अब मध्यप्रदेश विधानसभा सहित 4 राज्यों के चुनाव 2018 में मां को गाली, पिता को तंज। 

सबसे पहले चाय वाला प्रसंग
17 जनवरी 2014 को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा है कि वह प्रधानमंत्री तो नहीं बन सकते हैं, किंतु यदि वह चाय बेचने का अपना शौक पूरा करना चाहते हैं, तो अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अधिवेशन में उनका स्वागत है। 
बस यहीं से शुरू हुआ चाय वाला प्रसंग। इससे पहले तक कोई नहीं जानता था कि नरेंद्र मोदी चाय बेचते थे परंतु इसके बाद उनके चाय बेचने के किस्से सारी दुनिया में फेमस हो गए और देश में भाजपा की सरकार बन गई। 
जबकि रेलवे स्टेशन, रेलवे बोर्ड और रेल मंत्रालय के पास ऐसे कोई दस्तावेज नहीं हैं जो यह प्रमाणित करते हों कि नरेंद्र मोदी या उनके पिता रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे। बता दें कि रेलवे स्टेशन पर कुली सहित सभी प्रकार की सामग्री विक्रेताओं का रजिस्ट्रेशन होता है। 


फिर नीच आदमी
गुजरात चुनाव में भाजपा का काफी विरोध था। आत्मविश्वास के साथ अमित शाह गए लेकिन हालात नियंत्रित नहीं कर पाए। 'विकास पागल हो गया' तेजी से वायरल हो रहा था। हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी एवं अल्पेश ठाकोर ने भी भाजपा के सामने नई चुनौतियां पेश कर दीं थीं। इसी बीच 'मणिशंकर अय्यर' ने एक सवाल के जवाब में कह दिया। नरेंद्र मोदी बहुत नीच आदमी है। बस फिर क्या था। यह शब्द मुद्दा बन गए। 'नीच आदमी' की जगह पीएम नरेंद्र मोदी ने 'नीच जाति का आदमी' दोहराया और अंतत: वोट बदले। गुजरात में सरकार बन गई। 

अब मां को गाली, पिता पर तंज
मध्यप्रदेश सहित 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तीनों ही राज्यों में भाजपा की हालत खराब है। चुनौतियां बड़ी हैं। मोदी अपनी पूरी ताकत लगा चुके हैं परंतु कहीं कोई लहर नजर नहीं आ रही। मतदाताओं ने आश्वासन तक नहीं दिए हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता राज बब्बर ने डॉलर के बढ़ते दामों को लेकर तंज कसा। 
राज बब्बर ने एक चुनावी रैली में कहा, '(प्रधानमंत्री बनने से पहले) मोदी कहते थे कि डॉलर के सामने रुपया इतना गिर गया है कि इसका मूल्य उस वक्त के प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) की उम्र के करीब जा रहा है। राज बब्बर ने कहा, 'प्रधानमंत्री महोदय, आपने तो तब इज्जत से उनका नाम नहीं लिया था, लेकिन हमारी परंपरा यह नहीं कहती। हम तो यह कहना चाहेंगे कि आज रुपया गिरकर आपकी पूजनीय माताजी की उम्र के करीब पहुंचना शुरू हो गया है।'
बस फिर क्या था। राज बब्बर ने 'पूजनीय माताजी' शब्द का उपयोग किया था परंतु नरेंद्र मोदी ने इसे मां की गाली कहा। खुद नरेंद्र मोदी चुनावी सभाओं में कहा दोहरा रहे हैं कि कांग्रेस नेताओं ने उन्हे मां की गाली दी। 

अब पिता को मुद्दा बना रहे हैं
अब भाजपा के नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। वीडियो में महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता विलासराव मुत्तेमवार कह रहे हैं कि पीएम मोदी के पिता का नाम कोई नहीं जानता, राहुल गांधी के पिता, माता, दादी, सबको लोग जानते हैं। इस तरह के बयान 2014 के चुनाव में भी कई बार दिए गए थे। यह वीडियो कब का है इसकी पुष्टि भी नहीं हुई है। 
दोहराया जा रहा है कि विलासराव मुत्तेमवार ने आपत्तिजनक बयान दिया है। हो सकता है, शाम 26 तारीख की शाम होते होते मुद्दा नए रंग में नजर आए। 

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