लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने पर गरमाई सियासत | MP MEWS

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने की बात कहे जाने पर एक बार फिर से सियासत गरमा गई है। वह भी ऐसे समय में जब चुनाव आयोग इस संभावना को सिरे से खारिज कर चुका है। हालांकि नाथ ने यह बात उनसे उनके विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कही। उन्होंने पीसीसी में आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि देश में  लोकसभा के  साथ विधानसभा चुनाव कराए जाने के संबंध में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विधि आयोग को पत्र सौंपा है, वे एक महत्वपूर्ण राजनीतिक दल के मुखिया है। इसलिए यह अपने आप में एक गंभीर मामला है और यह संभव है कि इस पर आगे विचार किया जाए। नाथ ने उनके विधानसभा चुनाव लड़ने पर कहा कि मैं चुनाव लडूंगा या नहीं, यह तय करूंगा, लेकिन  हो सकता है लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हो। 

नाथ ने भाजपा सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि प्रदेश में आज नौजवानों का भविष्य सबसे बड़ी चुनौती है। हम नौजवानों को  वचन देते हैं कि प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि मैं कोई झूठी घोषणा नहीं कर रहा हूं जैसा कि अन्य पार्टियां करती हैं, जो भी कह रहा हूं उसे पूरा किया जाएगा। युवा कांग्रेस जनता के बीच जाकर नौजवानों से मांग पत्र भरवाएगी।

नाथ से जब यह पूछा गया कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने आपकी तारीफ की है तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि गौर साहब सच्चे आदमी और वरिष्ठ विधायक हैं। उनसे जब यह पूछा गया कि क्या आप उन्हें अपनी पार्टी में आने का आमंत्रण देंगे तो उन्होंने कहा कि मैं गौर क्या शिवराज को भी पार्टी को भी आने का आमंत्रण देता हूं। पूर्व महापौर कृष्णा गौर द्वारा उनके ससुर बाबूलाल गौर को लेकर दिए बयान पर नाथ ने कहा कि यह उनके घर की बात है, मुझे क्यों बीच में ला रहे हैं। वे आपस में निपटें।

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