तहसीलदार पदोन्नति परीक्षा: सितम्बर में कराने की तैयारी | MP PEB NEWS

भोपाल। खुली नकल के कारण रद्द हुई तहसीलदार पदोन्नति परीक्षा अब सितम्बर में कराए जाने की तैयारी चल रही है। इस परीक्षा में नकल घोटाले का खुलासा हुआ था। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) निष्पक्ष परीक्षा का आयोजन नहीं करा पाया। खुली नकल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। 30 जून को राजधानी के 18 केंद्रों में हुई इस ऑनलाइन परीक्षा में धांधलियों की बहुत शिकायतें आई थीं। अब आरआई और पटवारी संघ ने भोपाल में परीक्षा केंद्र रखने का विरोध करते हुए संभाग स्तर पर परीक्षा करवाने की मांग की है।

बेतुके प्रश्न पूछता है PEB

विभागीय पदोन्नति परीक्षा के लिए 5165 लोगों ने आवेदन दिए थे। बाद में हाई कोर्ट के निर्देश से उन लोगों को भी परीक्षा देने की पात्रता मिल गई, जो 50 वर्ष की उम्र पार कर चुके थे। सितंबर में होने वाली परीक्षा में ऐसे 566 लोगों को मिलाकर कुल 5721 पटवारी, आरआई और लिपिकिय संवर्ग के कर्मचारी परीक्षा में हिस्सा लेंगे। कुल 169 पदों के लिए ये परीक्षा होगी। हालांकि परीक्षा को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। सबसे अजीब बात तो यह है कि तहसीलदार बनाने के लिए महकमे के ही अफसरों से पीईबी भाषा ज्ञान की परीक्षा भी ले रहा है, जबकि तहसीलदार पद के लिए उनकी राजस्व और न्यायिक समझ परखी जाना चाहिए।

शहर के बाहर वाले COLLEGE बनाए जाते हैं परीक्षा केंद्र

पटवारी संघ का कहना है कि आपत्ति सिर्फ यही नहीं है कि भोपाल में इकलौता परीक्षा केंद्र बनाया जा रहा है, परेशानी यह भी है कि शहर से 20-20 किमी दूर के कॉलेजों में परीक्षा केंद्र बना देते हैं, जहां बाहर से आए कर्मचारियों का आधा समय इसी चक्कर में बीत जाता है। दूसरी दिक्कत, जिला व संभागीय मुख्यालय पर आती है, क्योंकि सारे आरआई, पटवारियों के परीक्षा देने जाने से राजस्व संबंधी काम अटक जाते हैं। परीक्षा के चलते तीन-चार दिन कामकाज प्रभावित होता है।

PROFESSIONAL EXAMINATION BOARD निष्पक्ष परीक्षा नहीं करा पाया

पीईबी ने हर परीक्षार्थी से शुल्क के रूप में 900 रुपए लिए थे। परीक्षा के लिए सिर्फ भोपाल में ही 18 केंद्र बनाए गए। कुछ केंद्रों को छोड़कर अधिकांश जगहों से नकल किए जाने की बात सामने आई थी। भोपाल के एनआरआई कॉलेज, वैष्णवी कॉलेज में हुई खुलेआम नकल की शिकायत प्रमुख सचिव राजस्व तक पहुंची। वैष्णवी कॉलेज में हुई नकल का तो एक वीडियो भी सामने आया था। यही नहीं, एक कॉलेज में कम्प्यूटर बंद होने के बाद चार घंटे बाद उन्हीं छात्रों को वहीं फिर से परीक्षा दिलवाई गई थी।
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