JABALPUR: मोस्ट वांटेड गैंगस्टर ने झंडा यात्रा निकाली, पुलिस ने ट्रैफिक संभाला | MP NEWS

जबलपुर। पुलिस रिकॉर्ड में मोस्ट वांटेड गैंगस्टर छोटू चौबे ने एक बार फिर अपनी दबंगी दिखाई। उसने घोषणा करके 13 अगस्त को झंडा यात्रा का आयोजन किया। इस यात्रा का सोशल मीडिया पर प्रचार भी किया गया। निर्धारित तारीख और समय पर झंडा यात्रा शुरू हुई, यात्रा में मोस्ट वांटेड गैंगस्टर छोटू चौबे भी शामिल हुआ लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई। जबकि पुलिस इसी यात्रा के लिए ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रही थी। 

पुलिस से तेज गैंगस्टर का नेटवर्क
बताया जा रहा है कि मदन महल और गढ़ा पुलिस गैंगस्टर छोटू चौबे की झंडा यात्रा में ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रही थी। सबकुछ खुल्लम खुल्ला था परंतु पुलिस उसकी तलाश तक नहीं कर रही थी। जब किसी जागरुक नागरिक ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो गोरखपुर थाना प्रभारी संदीप आयाची तत्काल पूरे दलबल के साथ शारदा मंदिर और आसपास के इलाके में दबिश देने लगे परंतु छोटू का नेटवर्क पुलिस से तेज था। उसे इसकी भनक पहले ही लग गई और वो अपने साथियों के साथ आराम से निकल गया। 

कई मामले दर्ज हैं गैंगस्टर छोटू पर

गौरतलब है कि गैंगस्टर छोटू चौबे पर हत्या के प्रयास साहित जिले के कई थानों में रंगदारी वसूलने के आरोप हैं। हाल ही में छोटू चौबे ने गोरखपुर और गोरा बाजार थाना इलाके में फायरिंग भी की थी। इसके अलावा कैंट, कोतवाली, ओमती, गोहलपुर सहित कई थानों में उसके खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज हैं। आरोपी गैंगस्टर छोटू चौबे ने सावन सोमवार के उपलक्ष्य में अपने गुर्गों के साथ मिलकर पुलिस के पहरे के बीच झंडा यात्रा निकाली। 

कई बड़ी वारदातों को दे चुका है अंजाम
शहर के राइट टाउन इलाके में रहने वाला छोटू चौबे पिछले तीन-चार सालों में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका है। करीब पांच माह पूर्व ओमती थाना इलाके में एनएसयूआई नेता सक्षम गुलाटी और इमरान बाबर के बीच हुए झगड़े के दौरान पुलिस की गाड़ी पर गोली चलाने की घटना में छोटू चौबे की मुख्य भूमिका रही है। इस घटना के बाद से छोटू चौबे लगातार फरार चल रहा है। जिसकी गिरफ्तारी पर ईनाम भी घोषित किया गया है। हाल ही में गोरखपुर निवासी महबूब अली के घर में भी छोटू चौबे ने फायरिंग भी की थी।

2222 के नाम से चलता है छोटू का गैंग
छोटू चौबे शहर में 2222 नाम से गैंग चलाता है और उसके मोबाईल नंबर और कारों के नंबर से लेकर उसके गुर्गों तक के मोबाईल नंबर 2222 से ही संचालित होते है। इतना ही नहीं छोटू चौबे जिस गैंग को चलाता है वो सोशल मीडिया में भी जमकर सक्रिय है। यही वजह है की कुछ ही सालों में अपराध के मामले में छोटू चौबे का नाम हर किसी की जुबान पर है।

छोटू चौबे की गैंग का नाम 2222 क्यों है
राइट टाउन में होमसाइंस कॉलेज रोड पर रहने वाले एक संभ्रांत परिवार से ताल्लुक रखने वाला छोटू चौबे पिछले 3 साल में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका है। छोटू चौबे की गाड़ियों के साथ उसके पर्सनल मोबाइल नंबर और साथियों के मोबाइल नंबर में 2222 होता है। इसलिए छोटू चौबे ने अपनी गैंग का नाम 2222 रखा है। 
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