BIHAR में सवर्णों को आरक्षण का मुद्दा भड़का, कई मंत्री समर्थन में | NATIONAL NEWS

नई दिल्ली। आर्थिक रूप से कमजोर सर्वणों को आरक्षण देने को लेकर बिहार में राजनीति गर्म है। जदयू नेता ऋषि मिश्रा के बयान के बाद अलग अलग राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने बयान दिए हैं। जानिए, आर्थिक रूप से कमजोर सर्वणों को आरक्षण के मुद्दे पर किसने क्या कहा ?

मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री, बिहार सरकार
बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि सरकार हर तबके को साथ लेकर चल रही है। पोशाक योजना, छात्रवृति योजना, साइकिल योजना, छात्रा शिक्षा योजना समाज के सभी वर्गों के लिए है। यदि केंद्र सरकार और राज्य सरकार को लगेगा कि सवर्णो को आरक्षण मिलना चाहिए तो उन्हें मिलेगा।

रंजीता रंजन, कांग्रेस सांसद
कांग्रेस सांसद रंजिता रंजन ने गरीब सवर्णों को आरक्षण देने के मुद्दे पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपनी लोकप्रियता और जनधार खोने के बाद इस तरह के बयान अपने पार्टी के नेताओं से दिलवा रहे हैं, लेकिन इससे कुछ फ़ायदा मिलनेवाला नहीं है। ये सब राजनीतिक स्टंट मात्र है।

ब्रिज किशोर बिंद, पिछड़ा-अति पिछड़ा मंत्री, बिहार सरकार
बिहार सरकार के पिछड़ा- अति पिछड़ा विभाग के मंत्री ब्रिज किशोर बिंद ने आर्थिक रुप से कमजोर सवर्णों को आरक्षण देने की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि गरीब  सवर्ण को आर्थिक आधार पर आरक्षण मिलना चाहिए और इसके लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाई जाए।

संतोष निराला, परिवहन मंत्री, बिहार सरकार
परिवहन मंत्री संतोष निराला ने भी गरीब सवर्णों को आरक्षण देने की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि चाहे किसी भी वर्ग के लोग हो, अगर वो गरीब हैं तो उन्हें आरक्षण मिलना चाहिए. नीतीश सरकार ने सवर्ण आयोग का गठन किया है। रिपोर्ट आने के बाद सरकार इस पर गम्भीरता से फैसला लेगी।

प्रेम कुमार, कृषि मंत्री, बिहार सरकार
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने भी आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को आरक्षण देने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्ण गरीबों को भी आरक्षण मिले और वो इसके पक्ष में हैं।

श्याम रजक, जदयू नेता और पूर्व मंत्री
जेडीयू नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने गरीब सवर्णों को आरक्षण देने का खुलकर विरोध किया है। उन्होंने कहा कि अज्ञानी लोग इस तरह की वकालत कर रहे हैं। ऐसे लोग पहले संविधान का अध्य्यन करें। आरक्षण कोई भीख नहीं है। लोग घोड़े की तरह व्यवहार न करें और आंख से लगी पट्टी को हटाये।

ऋषि मिश्रा, जदयू नेता और पूर्व विधायक
पूर्व विधायक और जदयू नेता ऋषि मिश्रा ने सोमवार को बयान दिया था कि आर्थिक रूप से कमजोर सवर्ण वर्ग को भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। वर्तमान आरक्षण को जैसा है, वैसा ही छोड़ते हुए गरीब सवर्णों को आरक्षण का लाभ देने क‍े लिए सरकार अध्‍यादेश ला सकती है। हमें अगली पीढ़ी के लिए भी सोचना होगा। ऋषि मिश्रा ने कहा कि अपनी मांग को लेकर वे मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार से मिलेंगे। मांग के समर्थन में आगामी दो अक्‍टूबर को एक दिन का धरना भी देंगे।

संजय सिंह, प्रवक्ता जदयू
पार्टी प्रवक्‍ता संजय सिंह ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति की तरह गरीब सवर्णों को भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए।

विजय प्रकाश, पूर्व मंत्री, राजद
गरीब सवर्णों के लिए आरक्षण की मांग पर राजद नेता विजय प्रकाश ने सवाल किया कि जब केंद्र व राज्‍य दोनों जगह एनडीए की सरकार है, तो गरीब सवर्णों को आरक्षण का लाभ देने में क्‍या परेशानी है? सरकार चाहे तो आरक्षण दे सकती है, लेकिन देना नहीं चाहती। जदयू केवल भ्रम फैलाना चाहता है।
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