रोजगार मेले फेल: मात्र 16000 युवाओं को नौकरी मिली, 15 जिलों में एक भी नौकरी नहीं दी गई | MP NEWS

भोपाल मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने शनिवार 04 अगस्त 2018 को पूरे प्रदेश में एक साथ रोजगार मेलों का आयोजन किया था। दावा किया गया था कि एक दिन में 2.84 लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी दी जाएगी परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ। मात्र 16000 युवाओं को नौकरी मिली वो भी पक्की नहीं है। 15 जिलो में एक भी बेरोजगार को नौकरी नहीं मिली जबकि 17 जिलों से तो रात 11:30 बजे तक यह जानकारी भी नहीं भेजी गई थी कि उनको यहां रोजगार मेले का आयोजन हुआ या नहीं। 

15 जिलों में एक भी नौकरी नहीं मिली

अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, देवास, शाजापुर, अलिराजपुर, सीधी, सतना, खंडवा, राजगढ़, सीहोर, सिंगरौली, शिवपुरी, दतिया एवं बैतूल में रोजगार मेलों का आयोजन तो धूमधाम से किया गया परंतु एक भी बेरोजगार को नौकरी नहीं मिली। इसमें से सीहोर में खुद सीएम शिवराज सिंह, दतिया में मंत्री नरोत्तम मिश्रा और खंडवा में शिक्षामंत्री विजय शाह मौजूद थे। 

17 जिलों में रोजगार मेले ही नहीं लगे!

भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा, खरगौन, झाबुआ, अशोकनगर, श्योपुर, भिंड, हरदा, छतरपुर, सागर, मंदसौर, नीमच, रतलाम एवं उज्जैन प्रशासन की ओर से रात 11:30 बजे तक रोजगार मेले के आयोजन के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं दी गई। यहां रोजगार मेलों का आयोजन हुआ भी या नहीं, रात 11:30 तक जनसंपर्क विभाग की ओर से बताया ही नहीं गया। यह सारी जानकारी भोपाल समाचार डॉट कॉम की टीम ने मध्यप्रदेश जनसंपर्क संचालनालय की ओर से जारी किए गए प्रेस रिलीज के आधार पर जुटाई है। 

इन जिलों में मिलीं कुछ-कुछ नौकरियां

रायसेन में 2118 युवक-युवतियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
गुना में 52 आवेदकों को आश्‍य पत्र (ऑफर लेटर) वितरित किए गए।
मुरैना में 5 कम्पनियों ने 217 बेरोजगारों को नौकरी देने का ऑफर किया। 
बड़वानी में 1246 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए। 
बुरहानपुर में 44 युवाओं का चयन हुआ। 
धार में 2526 हितग्राहियों को कंपनियों में रोजगार के लिए पत्र दिए गए। 
बालाघाट में 448 चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए। 
छिंदवाड़ा में 2345 आवेदकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। 
मंडला में 120 चयनित अभ्यर्थियों को ऑफर लेटर प्रदान किये।
कटनी में 13 युवाओं को जॉब ऑफर लैटर वितरित किये।
नरसिंहपुर में 790 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किये गये।
सिवनी में 411 युवाओं को नौकरी के लिए चयनित किया गया। 
होशंगाबाद में 5 चयनित उम्मीदवारों को जॉब लेटर प्रदान किए। 
रीवा में 4262 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये।
आगर मालवा में 250 युवाओं को प्रदान किये।
दमोह में 72 युवाओं को नौकरी दी गई। 
पन्ना में 808 लेटर ऑफ इन्टेन्ट वितरित किए गए। 

बेरोजगारी का दाग मिटाना चाहते थे शिवराज

दरअसल, इन रोजगार मेलों के माध्यम से सीएम शिवराज सिंह अपनी सरकार के माथे पर लगे बेरोजगारी का दाग मिटाना चाहते थे। 2013 के चुनाव में सीएम शिवराज सिंह ने नियमित रूप से सरकारी सेवाओं में भर्ती परीक्षाएं आयोजित करने का वादा किया था परंतु सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया। कुछ नौकरियां निकालीं भीं, लेकिन उनमें बाहरी प्रदेशों के बेरोजगारों की भर्ती कर ली गई। मध्यप्रदेश के शिक्षित बेरोजगारों में शिवराज सरकार के प्रति गहरा आक्रोश है। इसी विरोधी लहर को खत्म करने के लिए रोजगार मेलों का आयोजन किया गया था परंतु यह आयोजन भी फेल हो गया। 
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