

इस मामले में जब रामपाल सिंहजी से पूछा गया कि क्या आपने गिरजेश को पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों की बैठक लेने ग्वालियर, दतिया व भिंड भेजा था? तब उन्होंने कहा कि नहीं, हमने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था। मैंने उन्हें कोई बैठक लेने नहीं भेजा था। वह क्यों पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों की बैठक लेगा
मेरा बेटा व अन्य रिश्तेदार भोपाल से अपने साथ दो निजी गाड़ियां लेकर ग्वालियर गए थे। इस दौरान वे दतिया और ओरछा भी घूमने के लिए गए, लेकिन उनके साथ पीडब्ल्यूडी का कोई अफसर या कर्मचारी नहीं था। पीडब्ल्यूडी के अफसर तो शिष्टाचार के नाते उससे मिलने होटल गए होंगे और उन्हें मिलना ही पड़ेगा। इसमें कुछ भी गलत नहीं है और किसी से मिलना-जुलना कोई अपराध तो नहीं है।
मेरा बेटा व अन्य रिश्तेदार भोपाल से अपने साथ दो निजी गाड़ियां लेकर ग्वालियर गए थे। इस दौरान वे दतिया और ओरछा भी घूमने के लिए गए, लेकिन उनके साथ पीडब्ल्यूडी का कोई अफसर या कर्मचारी नहीं था। पीडब्ल्यूडी के अफसर तो शिष्टाचार के नाते उससे मिलने होटल गए होंगे और उन्हें मिलना ही पड़ेगा। इसमें कुछ भी गलत नहीं है और किसी से मिलना-जुलना कोई अपराध तो नहीं है।