ATITHI SHIKSHAK: पोर्टल गलत जानकारी दे रहा है, अनुभव के अंक भी अन्याय हैं | KHULA KHAT

अतिथि शिक्षक चयन में अतिथि शिक्षकों को सरकार ने दरकिनार कर दिया जिससे अनुभवी अतिथि शिक्षक के सामने रोजी रोटी का संकट आ गया। महज 100 रूपये दिन की नौकरी करने वाले अतिथि शिक्षकों को सरकार ने इस सत्र में बाहर का रास्‍ता दिखाने का पूरा प्रबंध कर लिया। वहीं अनुभवी रिटायर शिक्षक को अनुभव के 100 अंक दिये जा रहे है किन्‍तु अतिथि शिक्षक को अनुभव के नाम पर सिर्फ जिल्‍लत मिली जबक‍ि सरकार द्वारा कर्इ बार घोषणा की जा चुकी है।

वर्तमान प्रणाली में अतिथि शिक्षक का स्‍कोर कार्ड 300 अंक का है जिसमें 100 अंक योग्‍यता के 100 अंक प्रशिक्षण योग्‍यता के एवं 100 अंक रिटायर शिक्षक के अनुभव के दिये जा रहे है किन्‍तु विगत 10 वर्षों से कार्यरत अतिथि शिक्षकों को अनुभव के नाम पर सिर्फ घोषणा मि‍ली है यदि अतिथि शिक्षकों को भी प्रतिवर्ष कार्यअनुभव के 10 अंक के हिसाब से अधिकतम 10 वर्षो के 100 अंक दिये जाये तो पुराने अतिथि शिक्षकों को भी नुकसार नहीं हेागा और सरकार की मंशा भी पूरी हो जायेगी। 

अति‍थि शिक्षकों ने समय समय पर आंदोलन भी किये पर सरकार ने उन्‍हें तीन साल से सेवा दे रहे अतिथि शिक्षकों को 25 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की जो महज उंट के मुंह में जीरा है आरक्षण के साथ अतिथि शिक्षकों को प्रतिवर्ष बोनस अंक भी मिलने चाहिये और सभी वर्गो में मिलने चाहिये जिससे अनुभवी शिक्षक सरकार को मिलेंगे और शिक्षण प्रशिक्षण में भी सरकार को कम खर्च करना पडेगा। किन्‍तु वर्तमान समय में सरकार ने अतिथि शिक्षक के पदों की जो संरचना तैयार की है उसमें वहुत खामियां है जहाूं रिक्‍त पद है वहां पोर्टल पर दिख नहीं रहा है और जिस स्‍कूल में विषय शिक्षक है वहां पोस्‍ट रिक्‍त दिखा रहा है इस प्रकार की विभिन्‍न विसंगतियां है। 

हमारी मांग 
1 अतिथि शिक्षक काे चयन में रिटायर शिक्षक की तरह अनुभव अंक दिये जाये। 
2 पोर्टल पर रिक्‍त पदों में सुधार किया जाये । 
 अतिशि शिक्षक 
कैलाश विश्‍वकर्मा छिन्‍दवाडा्
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