BHOPAL: एरोप्लेन पोज, कोबरा पोज, बोट पोज, मॉडीफाई सूर्य नमस्कार, वॉल एक्सरसाइज जैसी एक्टिविटी की मदद से अब बॉडी टोनिंग की जा रही है। बिगड़ती लाइफ स्टाइल के कारण बढ़ते मोटापे से परेशान शहर के युवा बॉडी टोनिंग के लिए योग की मदद ले रहे हैं। योग विशेषज्ञ भी लोगों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए योगासनों में कुछ बदलाव कर रहे हैं। इससे न केवल लोगों को बेहतर परिणाम मिल रहे हैं, बल्कि योग के प्रति रुचि भी बढ़ रही है। लोगों का सबसे ज्यादा ध्यान बॉडी शेप के साथ शरीर को नकारात्मक प्रभावों से बचाना भी है।
घटेगा महीने का 2 किलो वजन
बॉडी टोनिंग कर रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि यदि 1 किलो वजन कम करना है तो 9000 कैलोरी बर्न करना पड़ती है। यदि प्रतिदिन 500 कैलोरी बर्न करते हैं तो एक माह में 2 किलो वजन कम होगा। पर कैलोरी बर्न करने के दौरान ऊर्जा का सेवन संभलकर करें। खाना भरपेट खाएं, लेकिन खाने में अनाज, तेल, घी, शकर, गुड़ का सेवन नपातुला ही करें। फल, सब्जी, वसा रहित दूध का इस्तेमाल ज्यादा करें। फल-सब्जी से विटामिन व मिनरल मिल जाएंगे और दूध से प्रोटीन मिलेगा। प्रोटीन के लिए दिन में दो बार दाल खाएं। कुल आहार में गेहूं, चावल, शकर, तेल व घी में एक चौथाई कमी कर फल, सब्जी की मात्रा बढ़ा दें
बॉडी टोनिंग के लिए खड़े होकर किए जाने वाले आसनों में परिवर्तित ताड़ासन, मॉडीफाइड सूर्य नमस्कार है तो बैठकर होने वाले आसनों में पश्चिमोत्तानासन, मंडुकासन, वक्रासन शामिल हैं। पेट के बल लेटकर भुजंगासन, शलभासन, धनुरासन, एरोप्लेन पोज, बोट पोज किया जा रहा है तो पीठ के बल लेटकर पवन मुक्तासन, हलासन आदि करते हैं। इसके अलावा प्राणायाम में कपालभाती, अग्निसार क्रिया, अनुलोम विलोम कराया जाता है। यदि शरीर के अलग-अलग हिस्सों की टोनिंग की बात करें तो डबलचीन होने पर गर्दन के सूक्ष्म व्यायाम होते हैं और चेस्ट के लिए अर्धकटि चक्रासन कराया जाता है। पेट व पीठ की टोनिंग के लिए शशांकासन, पर्वतासन, कोबरापोज व अर्धमत्सेंद्रासन जैसे आसन होते हैं। थाई व हिप्स की टोनिंग के लिए वॉल एक्सरसाइज और पैरों को बेहतर बनाने के लिए साइकलिंग व अष्टांगा होता है।
आसन हो रहे मॉडीफाई
योग विशेषज्ञ मनोज गर्ग बताते हैं कि युवाओं का सबसे ज्यादा रूझान बॉडी टोनिंग को लेकर होता है। 20 से 40 साल तक की उम्र के युवा बिगड़ते बॉडी शेप के सबसे ज्यादा शिकार हैं और वे ही अब बॉडी टोनिंग के लिए योग को अपना रहे हैं। जरूरत और युवाओं की पसंद को देखते हुए कुछ आसनों को जस का तस रखा गया है और कुछ आसन मॉडीफाई किए गए हैं, लेकिन उनका मूल स्वरूप भी बरकरार रखा और इनमें से एक है सूर्य नमस्कार। 12 आसनों के समूह वाले सूर्य नमस्कार में अब 32 आसन शामिल किए गए हैं, ताकि उसका असर और भी कारगर हो। जिम के स्थान पर योग को इसलिए बॉडी टोनिंग के लिए चुना जा रहा है, क्योंकि एक आसन पूरे शरीर पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डालता है, जबकि जिम में अंग विशेष के लिए अलग-अलग एक्सरसाइज होती है और उसका प्रभाव भी लंबे समय बाद दिखता है।
15 दिन से 2 माह का लगता है समय
योग विशेषज्ञ रिंकू पोरवाल के अनुसार बॉडी टोनिंग कराने वाले युवा यदि योग का सहारा लेते हैं तो 15 दिन में ही अंतर दिखना शुरू हो जाता है। हां, यह जरूरी है कि प्रतिदिन 45 से 60 मिनट योगाभ्यास किया जाए और साथ ही साइकलिंग भी करें। जहां तक पूरी तरह से बॉडी टोनिंग कराने की बात है तो इसके लिए करीब 2 माह का वक्त भी लग जाता है। योग के जरिए बॉडी टोनिंग इसलिए भी कराई जा रही है, ताकि त्वचा की चमक बरकरार रहे और शरीर पर कोई नकारात्मक असर भी न दिखे। इसके साथ उन्हें खानपान के बारे में भी जानकारी दी जाती है, ताकि योगाभ्यास और भी कारगर हो। जरूरत के अनुसार शरीर के विभिन्ना अंगों के लिए अलग-अलग आसन व सूक्ष्म क्रियाएं भी कराई जाती हैं।