
शिक्षा का मतलब याद करना नहीं
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ बच्चों के लिए फिजिकल एजुकेशन, जीवन कौशल और मूल्यपरक शिक्षा की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने आगे कहा, 'शिक्षा का मतलब केवल याद करना या उत्तर पुस्तिका में लिखना भर नहीं होता है। शिक्षा व्यापक है। एनसीइआरटी का पाठ्यक्रम बेहद जटिल होता है, इसलिए सरकार ने इसे घटाकर आधा करने का निर्णय लिया है।'
इसके साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मानसून सत्र में छठी से आठवी कक्षा तक बच्चों को लेकर पास-फेल का संशोधन भी लाया जाएगा। यह संशोधन 'राइट टू एजुकेशन एक्ट 2009' के तहत लाने का फैसला किया गया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मसौदे को कैबिनेट के सामने इस महीने के अंत में पेश किया जाएगा।
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