
पीड़िता ने बताया कि फरवरी 2018 में शहर के गरवारे स्टेडियम पर उसकी उपायुक्त राहुल श्रीरामे से पहचान हुई। उपायुक्त राहुल श्रीरामे ने खुद उससे बात करना शुरू किया। जब पीड़ित लड़की ने MPSC की तैयारी कर रही थी तो उपायुक्त ने लड़की को पढाई में गाइडेंस देने का आश्वासन दिया।एक महीने के वॉट्सएप चैटिंग के बाद एक दिन लड़की को बुक्स देने के बहाने उसने फ्लैट में बुलाया और फिर वहां उसे शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। इस दौरान आरोपी अधिकारी ने उसे नौकरी दिलाने का आश्वासन भी दिया था।
लड़की का आरोप है कि फरवरी से लेकर मई के महीने तक उपायुक्त राहुल श्रीरामे उससे लगातार शारारिक संबंध बनाता रहा और बाद में लड़की से ये कहकर छुटकारा पाने की कोशिश करने लगा कि वह शादी-शुदा है। एक बार उपायुक्त राहुल श्रीरामे ने पीड़ित लड़की को बातचीत के लिए घर पर बुलाया और बाद में लड़की के साथ बदसलूकी की। उसे धमकाया भी। लड़की जब वहां से भागने लगी तो फ़िल्मी स्टाइल में पुलिस कॉन्स्टेबल से लड़की के ऑटोरिक्शा का पीछा भी कराया।
27 जून को औरंगाबाद के MIDC CIDCO पुलिस ने उपायुक्त राहुल श्रीरामे के खिलाफ IPC 376, 323, 417, 506 का मामला दर्ज किया है। इस मामले में शहर आयुक्त चिरंजीव प्रसाद ने उपायुक्त राहुल श्रीरामे (आरोपी) को 12 जून से छुट्टी पर भेज दिया है। शर्मिंदगी वाली बात यह है कि पीड़ित लड़की एक पुलिस कॉन्स्टेबल की बेटी है। इसी तरह की खबरें नियमित रूप से पढ़ने के लिए MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com