आॅनलाइन पोल में हार से बौखलाए ध्रुव नारायण सिंह थाने जा पहुंचे

भोपाल। कांग्रेस के एक कार्यकर्ता विजेंद्र शुक्ला ने बीते रोज एक आॅनलाइन पोल शुरू किया। उन्होंने पूछा कि भोपाल शहर की मध्य विधानसभा का प्रत्याशी कौन होना चाहिए। सुरेन्द्रनाथ सिंह या ध्रुव नारायण मिश्रा। यह पोल 7 दिन चला और अंतत: ध्रुव नारायण सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुरेंद्रनाथ सिंह से 34 वोट से हार गए। सोशल मीडिया पर 7 दिन चली कांटे की टक्कर के बाद हार से बौखलाए पूर्व विधायक ध्रुव नारायण सिंह पुलिस के पास जा पहुंचे और शिकायत दर्ज करा दी कि विजेंद्र शुक्ला ने यह गलत किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। बता दें कि ये वही ध्रुव नारायण सिंह हैं जिनका जिक्र आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद हत्याकांड में आया था और जांच में पता चला था कि इनके कई महिलाओं से शारीरिक रिश्ते थे। 

दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया था आॅनलाइन पोल 

मतदान के शुरूआती रूझान में ध्रुवनारायण सिंह सुरेंद्रनाथ सिंह काफी आगे चल रहे थे, सुरेंद्रनाथ सिंह ने जैसे ही अपने आप को पिछड़ते हुए देखा उन्होंने सभी मोर्चो के पदाधिकारियों को वोट जुटाने के लिए लगा दिया। 27 मई से 2 जून तक चले मतदान में कुल 8 हजार 483 लोगों ने मतदान किया। जिसमें से सुरेंद्रनाथ सिंह को 4258.46 वोट मिले वहीं ध्रुवनारायण सिंह 4224.56 वोट मिले। सुरेंद्रनाथ सिंह ने 34 वोटों से जीत हासिल की। सुरेंद्रनाथ सिंह ने जिले की पूरी टीम को काम पर लगा दिया था। जिसमें भारतीय जनता युवा मोर्चा, किसान मोर्चा, पिछड़ा वर्ग मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा के सभी पदाधिकारी सोशल मीडिया पर सुरेंद्रनाथ से लिए वोट मांग रहे थे।

हार गए तो पुलिस के पास जा पहुंचे ध्रुव नारायण सिंह

भाजपा के पूर्व विधायक व प्रदेश उपाध्यक्ष ध्रुवनारायण सिंह ने पुलिस में शिकायत दी है कि कांग्रेस के एक कार्यकर्ता विजेंद्र शुक्ला कुछ लोगों के साथ मिलकर अवैध रूप से मेरे फोटो का इस्तेमाल फेसबुक पर कर रहे हैं। साथ ही राजनीतिक व व्यवसायिक उद्देश्य साध रहे हैं। इस पर लोगों को अनर्गल टिप्पणी करने का मौका दिया जा रहा है। हबीबगंज थाने में शनिवार को दी गई शिकायत पूर्व विधायक ने जांच का मांग की है। पूर्व विधायक ने कहा कि वे इस एक्टिविटी से पूरी तरह असहमत हैं। इच्छा के विपरीत राजनीतिक छवि को आम जनता के बीच प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। इससे मेरे साथ समर्थक भी खासे खफा हैं। 

एक क्लिक पर पूरा पोल रुकवा सकते थे ध्रुव नारायण सिंह

पूर्व विधायक ध्रुव नारायण सिंह ने आपत्ति जताने में काफी देर कर दी। यह पोल 27 मई से 02 जून तक फेसबुक पर चला। यदि उन्हे इससे आपत्ति थी तो वो फेसबुक की हेल्पडेस्क पर इसे दर्ज करा सकते थे। ना केवल पोल रोक दिया जाता बल्कि उसे हमेशा हमेशा के लिए रिमूव भी कर दिया जाता। चूंकि आॅनलाइन पोल का आयोजक कोई मीडिया संस्थान या सर्वे ऐजेंसी नहीं थी अत: ध्रुव नारायण सिंह की आपत्ति पर तत्काल कार्रवाई होती परंतु शुरूआत में वो जीत रहे थे शायद इसलिए उन्होंने इसे चलने दिया। 
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