नई दिल्ली। देश के ज्यादातर लोग अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के बारे में कुछ और ही जानकारियां रखते हैं। उनके हिसाब से यह हिंदुओं के लिए नहीं है। यह कट्टरपंथियों का अड्डा है और यहां देशविरोधी गतिविधियां भी हो जातीं हैं। हां ऐसे आरोप लगते रहे हैं परंतु क्या आप जानते हैं कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटी में से एक है और सबसे चौंकाने वाली बात कि इसकी FEES ना के बराबर है। यहां आप मात्र 7000 रुपए सालाना में एमबीबीएस कर सकते हैं। इंजीनियरिंग के लिए आपको मात्र 3000 रुपए प्रतिवर्ष चुकाने होंगे। इसी तरह अन्य दूसरे कोर्स भी इसी तरह काफी कम फीस वाले हैं।
AMU की गिनती देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में की जाती है। रैंकिंग की बात करें तो इसमें भी विश्वविद्यालय किसी से पीछे नहीं है। पिछले कई बार से टॉप-10 में अपनी जगह बना रहा है। AMU ADMISSION के लिए भारी मारामारी रहती है। विभिन्न देशों के लोग दाखिले की कतार में रहते है, लेकिन दाखिला सिर्फ मेरिट के आधार पर ही होता है। इसके चलते कम मेधावियों को ही इस विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने का अवसर मिल पाता है।
यूनिवर्सिटी से अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राएं वर्तमान में देश-विदेश के उच्च पदों पर आसीन है। प्लेसमेंट की बात करें तो उपाधि पर विश्वविद्यालय की मुहर लगते ही विद्यार्थियों को प्लेसमेंट में भी किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। आसानीपूर्वक छात्र-छात्राओं को देश विदेश की नामचीन कंपनियों में चयन हो जाता है।
भारत के साथ ही विदेशी छात्र-छात्राएं भी एएमयू में पढ़ाई करने को बेताब रहते है, लेकिन सीमित सीटों के चलते ज्यादातर को मायूस ही होना पड़ता है। जिन विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में पढ़ाई का अवसर मिल पाता हैं, वह स्वयं को बेहद भाग्यशाली मानते है। भाग्यशाली मानें भी क्यों न, इस विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने के लिए फीस नाममात्र है। निजी कॉलेजों में जहां मेडिकल की पढ़ाई के लिए कई लाख रुपए खर्च करने पड़ते है। वहीं इस विश्वविद्यालय में यह पढ़ाई मात्र सात हजार रुपए सालाना में हो जाती है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए निजी कॉलेज जहां डोनेशन के साथ लाखों रुपया खर्च करके दाखिला पाते हैं। वहीं एएमयू में यह कोर्स मात्र तीन हजार रुपए सालाना फीस पर हो जाता है। ऐसे ही अन्य कई प्रमुख कोर्स शामिल हैं, जो बेहद कम फीस पर होते है।
अभिभावकों को नहीं रहती किसी तरह की टेंशन
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को किसी तरह की परेशानी नहीं रहती है। एक बार लाडले का दाखिला विश्वविद्यालय में कराने के बाद अभिभावक चैन की सांस लेते है। यहां से पढ़ाई करने वाले अधिकतर विद्यार्थियों ने उच्च पदों पर आसीन होकर ही सफलता हासिल की है।
विश्वविद्यालय में एमबीबीएस, बीटेक समेत विभिन्न सिलेबस की फीस काफी कम है। ऐसे में विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को फीस की टेंशन नहीं रहती है।
प्रो. मुजीबुल्लाह जुबैरी, कंट्रोलर, एएमयू
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