
अधिकारी ने कहा, ‘जो कंपनियां ईरान से कच्चा तेल खरीद रहीं हैं, नवंबर से पहले आयात बंद कर दें। अन्यथा उन्हें अमेरिका के कठोर आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। हम हाल में यूरोपीय देशों के राजनयिकों से बैठक के दौरान यह बात साफ कर चुके हैं।’ उन्होंने आगे कहा, हालांकि ट्रंप प्रशासन ने अभी तक इस बारे में चीन, भारत या तुर्की से साथ बातचीत नहीं की है, लेकिन हम साफ कर रहे हैं कि यह प्रतिबंध सभी को झेलने पड़ सकते हैं। हमारा इरादा सभी देशों से ईरान से तेल आयात में कटौती करने के लिए दबाव डालना है।
तेल की कीमतों में वृद्धि
अमेरिकी की इस घोषणा के बाद तेल की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। जिससे साफ होता है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ओबामा प्रशासन के मॉडल का पालन नहीं करेंगे। बता दें कि हाल में कच्चे तेल की कीमतें साढ़े तीन साल के उच्चतम स्तर पर है। ऐसे में अमेरिका की यह घोषणा तेल की कीमतों में जबर्दस्त उछाल ला सकती है। इसी तरह की खबरें नियमित रूप से पढ़ने के लिए MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com