अब हर ट्रेन में महिलाओं के लिए होगी 'पिंक बोगी', बीचों बीच मिलेगी | NATIONAL NEWS

नई दिल्ली। यूं तो लगभग हर TRAIN में महिलाओं के लिए एक आरक्षित बोगी होती है परंतु वो सबसे पीछे होती है। सुरक्षा का खतरा होने के कारण ज्यादातर महिलाएं उसमें नहीं जातीं। असामाजिक तत्व महिला बोगी पर कब्जा कर लेते हैं परंतु अब ऐसा नहीं होगा। अब महिला बोगी का कलर PINK होगा और वो ट्रेन के बीचों बीच होगी। इसके अलावा RAILWAY महिलाओं के लिए स्टेशन और ट्रेनों में अलग से टॉयलट के साथ चेंजिंग रूम भी बनाएगा। शुक्रवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन की अध्यक्षता में महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए।

महिला सुरक्षा में बढ़ोत्तरी की शुरुआत
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सबअरर्बन इलाकों गुजरने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में महिला सुरक्षा के लिहाज से उनके लिए आरक्षित कोच शुरुआत या अंत की बजाय अब ट्रेन के बीच में जोड़े जाएंगे। इसके अलावा लेडीज कोच में सीसीटीवी और खिड़कियों में जाली भी लगेंगी। साथ ही रेलवे सुरक्षा के जुड़े अन्य उपाय भी करेगा।

अब महिला कोच में जांच के लिए जाने वाली टीम में रेलवे की एक-दो महिला कर्मचारी भी शामिल रहेंगी। चाहे वे आरपीएफ से हों या कोई टिकट चेकर। रेलवे महिलाओं के लिए स्टेशन और ट्रेनों में सुविधाएं बढ़ाएगा। इसमें उनके लिए अलग से टॉयलट और चेंजिंग रूम बनाना भी शामिल है।

कोच पीछे होता है तो महिलाएं चढ़ने से डरती हैं
रेलवे बोर्ड के एक सीनियर अफसर ने कहा कि आमतौर पर देखा जाता है कि महिलाओं का डिब्बा ट्रेन में सबसे आखिर में जुड़ा होने की वजह से हमेशा अंधेरे में रहता है। यात्री इसमें चढ़ने से डरती हैं। यह उनकी सुरक्षा से जुड़ा अहम मुद्दा है।

3 साल में 100 स्टेशन महिलाएं ऑपरेट करेंगी
कमेटी ने यह भी निर्णय लिया है कि आने वाले तीन सालों में महिला स्टाफ के द्वारा चलाए जाने वाले स्टेशनों की संख्या 3 से बढ़ाकर 100 की जाए। इसके लिए हर जोन से 10-10 स्टेशनों को चिन्हित किया जाएगा।

रेलवे ने अलग-अलग जोन से सुझाव मांगे
रेलवे ने इस साल महिला यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है। शुक्रवार को कमेटी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अलग-अलग जोन से सुझाव और जानकारी मांगी है।

पश्चिम रेलवे महिलाओं से फीडबैक लेगा
उधर, पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता रविंदर भाकर ने बताया कि महिलाओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने के लिए सीनियर अफसर उनसे फीडबैक लेंगे। मुंबई में चर्चगेट से बोरीवली के बीच 26 साल पहले खासतौर पर महिलाओं के लिए स्पेशल ट्रेन की शुरुआत की गई थी। इस ट्रेन के सभी डिब्बों में सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी लगाए जा चुके हैं। महिला दिवस से इसमें इमरजेंसी बटन की भी शुरुआत की गई। ताकि मेडिकल या किसी खतरे से निपटने के लिए महिलाएं मदद मांग सकें।
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