शिव'राज': गरीबों के गेहूं में 50% मिट्टी की मिलावट

भोपाल। एक बार फिर गरीबों के गेंहू में मिट्टी की मिलावट का खुलासा हुआ है। राजधानी के रातीबड़ रोड स्थित त्रिवेणी वेयरहाउस पर गुरुवार रात करीब 11 बजे जिला प्रशासन, वेयरहाउस कॉर्पोरेशन और नागरिक आपूर्ति निगम की संयुक्त टीम ने छापा मारा। यहां 169 बोरियों में भरे 85 क्विंटल गेहूं में मिट्टी और भूसी के साथ गेहूं की टुकड़ी भी मिली। जिला आपूर्ति अधिकारी ज्योति शाह नरवरिया ने बताया कि बोरियों का जब वजन कराया गया तो वे 50 किलो की थीं, पर जब उन्हें खोलकर देखा गया तो उनमें करीब 25 किलो तक मिट्टी भरी थी। बता दें कि यह वही गेंहू है जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली से गरीबों को बांटा जाता है, सरकारी छात्रावासों और आंगनवाड़ियों में वितरित किया जाता है। 

दस्तावेजों के अनुसार टीलाखेड़ी गेहूं खरीदी केंद्र से तीन ट्रकों में भरकर यह गेंहू वेयरहाउस में भेजा गया है। खरीदी केंद्र पर किसानों से गेंहू खरीदा जाता है। दस्तावेज कहते हैं कि खरीदा गया गेंहू उच्च गुणवत्ता का था फिर सवाल यह है कि गेंहू में मिलावट कहां हो गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम ने खरीदी केंद्र के प्रभारी शेर सिंह, किसान दामोदर और हम्माल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का फैसला लिया है। केंद्र पर रात करीब 1 बजे तक कार्रवाई चलती रही। कलेक्टर डॉ. सुदाम खाडे ने बताया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। गड़बड़ी कब से चल रही थी, जांच कराएंगे। गौरतलब है कि डेढ़ साल पहले भी सीहोर रोड स्थित करतार वेयरहाउस में मिट्टी मिला गेहूं मिला था। 

1350 बोरियां आईं थीं वेयर हाउस

नरवरिया के मुताबिक जिले के गेंहू खरीदी केंद्रों पर किसानों से खरीदे जा रहे गेंहू को प्राइवेट वेयर हाउस में रखा जा रहा है। टीलाखेड़ी केंद्र की सोसायटी से 3 ट्रकों में 1350 बोरी गेंहू त्रिवेणी वेयर हाउस भेजा गया था। फिलहाल मिट्टी मिले गेंहू के नमूने लिए गए हैं। इन्हें जांच के लिए शुक्रवार को लैब भेजा जाएगा। साथ ही टीलाखेड़ी गेंहू खरीदी केंद्र की मिट्टी का नमूना भी लिया जाएगा। ताकि गेंहू में हुई मिट्टी की मिलावट वाले गोदाम आैर केंद्र के बारे में जानकारी मिल सके। 

विभिन्न केंद्रों का 41 हजार 200 क्विंटल गेंहू रखा है गोदाम में 

भोपाल के अलग - अलग गेंहू खरीदी केंद्रों पर किसानों से खरीदे गए 41 हजार 200 क्विंटल गेंहू को त्रिवेणी वेयर हाउस के गोदाम में रखवाया गया है। अफसरों के मुताबिक शुक्रवार को अलग - अलग सोसायटी द्वारा रखवाए गए गेंहू की जांच भी की जाएगी। 

ड्राइवर बोले जैसा दिया वैसा लाए 

मिट्टी मिलाने का खुलासा होने के बाद खाद्य विभाग के अफसरों ने ट्रांसपोर्टर आरआर लॉजिस्टिक के ट्रकों के ड्राइवरों के बयान लिए। ड्राइवरों ने अपने बयानों में बताया कि जैसा गेहूं सोसायटी से दिया गया है, उसे उसी स्थिति में गोदाम में लाकर रखवाया गया है। अगर गेंहू में मिट्टी की मिलावट है तो यह मिलावट टीलाखेड़ी सोसायटी के खरीदी केंद्र पर हुई है। 

केन्द्र प्रभारी ने माना उसने ही मिलाई मिट्टी 

खाद्य अफसरों ने जब इस मामले में ईटखेड़ी खरीदी केन्द्र प्रभारी से बात की तो कुछ देर बाद उसने मान लिया कि उसने ही गेहूं में मिट्टी मिलाई है। प्रभारी शमशेर सिंह ने बताया कि वह सीहोर सहित अन्य जिलों से निम्न क्वालिटी का गेहूं खरीदता था। इसके बाद किसानों अपनी तरफ मिला कर उनकी नाम से गेहूं बेच देता था। उसके इस काम में किसान हरीचरण और एक हम्माल की भूमिका भी खास थी। 

केंद्र से गायब मिली 1500 बोरियां 

टीलाखेड़ी सोसायटी डेढ़ साल पहले भी ब्लेक लिस्टेड की गई थी। बावजूद इसके इस सोसायटी को बहाल कर इस बार भी गेहूं खरीदी कराई गई है। खाद्य विभाग की टीम को यहां जांच में करीब 1500 बोरियां गायब मिली हैं। इसको लेकर समिति प्रबंधक सुरेश शर्मा की मिलीभगत भी सामने आ रही है। अफसरों का दावा है कि इस सोसायटी में ही मिट्टी की मिलावट की जाती थी। 

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