भोपाल। कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने संगठन की बैठक में कांग्रेसियों को शिवराज सरकार पर 'हल्ला बोल' की खुली छूट दे दी है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वो इस बार के विधानसभा चुनाव की तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कांग्रेसियों से कह दिया कि छह महीने तक कुछ भी पूछने की जरूरत नहीं है। हर वो चीज करें जो चुनाव जीतने के लिए जरूरी है। भाजपा को उनकी भाषा में ही जवाब देना जरूरी है। लोगों को बार बताओ कि ‘आप तक ठगा गए’।
पुलिस केस दर्ज करे तो करने दो, कमलनाथ खड़ा है
उन्होंने टिकट को लेकर भी स्थिति स्पष्ट कर दी। कहा-जो जीतने वाला है, उसे जरूर मौका मिलेगा। किसी से डरना नहीं, कमलनाथ तुम्हारे पीछे खड़ा है। सरकार केस लगाती है तो लगाए, हमें सड़क पर संघर्ष करना है। कमलनाथ ने गुरुवार को आधा दर्जन बैठकें कीं, जिसमें युवक कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई, सेवा दल और बड़े नेताओं की मीटिंग शामिल है।
हर घर पर कांग्रेस का झंडा हो
उन्होंने कहा, कांग्रेस के पास सबसे बड़ी चुनौती समय है। केवल 90 दिन बचे हैं। कोशिश करो कि हर घर में कांग्रेस का झंडा हो। बैठकों में कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया, महिला कांग्रेस प्रभारी ओनिका महरोत्रा, कांग्रेस आईटी सेल प्रभारी दिव्या स्पंदना समेत अन्य नेता मौजूद रहे।
महिलाओं को बताओ: उनका सम्मान सुरक्षित नहीं है
कमलनाथ ने कहा भाजपा महिलाओं को मजबूत वोटर मानती है। जबकि एक बड़ा वर्ग असुरक्षित महसूस कर रहा है। शराब की दुकानें उनके कहने पर बंद नहीं हो रही हैं। उनकी अस्मिता का कोई ध्यान नहीं है। उन्हें जोड़ना है।
स्टूडेंट्स को समझाओ, उनके साथ ठगी हो रही है
कमलनाथ ने कहा इंस्टाग्राम, ट्विटर, वॉट्सएप ग्रुप बनाएं। युवाओं को जोड़ें। नए समूह बनें। कुणाल चौधरी की यही टीम काम करेगी। कॉलेजों के साथ हर युवा को बताएं कि वह कैसे ठगा जा रहा है। कॉलेजों पर गेट मीटिंग करें।
सेवादल, RSS की तरह काम करे
कमलनाथ ने सेवादल से कहा कि कांग्रेस को जिताने में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है। यह ऐसा संगठन है जो बिना गुटबाजी के काम करता है। भाजपा में जमीनी स्तर पर आरएसएस के स्वयंसेवक भी सक्रिय रहते हैं।
आईटी सेल में गुटबाजी से दिव्या स्पंदना नाराज
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सोशल मीडिया का काम देख रहीं व अभा महिला कांग्रेस आईटी सेल प्रभारी दिव्या स्पंदना मप्र आईटी सेल के कामकाज को लेकर नाराज दिखीं। दिव्या की पहल पर अभय तिवारी को आईटी सेल का काम सौंपा गया था, लेकिन मप्र में संगठन महामंत्री चंद्रप्रभाष शेखर ने धर्मेंद्र वाजपेयी को समानांतर काम दे दिया। यह बात दिव्या तक पहुंचीं तो बैठक के बहाने भोपाल आने के बाद उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए आईटी सेल के काम का बंटवारा कर दिया। अब वाजपेयी आईटी सेल में समन्वयक और तिवारी ऑफिशियल काम करेंगे। इससे पहले दिव्या ने युवक कांग्रेस की बैठक में कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया के टिप्स दिए।