कटनी में पकड़ा गया नकली डीजल का कारखाना, 6 जिलों में सप्लाई होता था

जबलपुर। मध्यप्रदेश के कटनी शहर में नकली डीजल कारखाना पकड़ा गया है। अंकु जैन नाम का कारोबारी इस कारखाने का मालिक है जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। यहां प्रतिदिन सैंकड़ों लीटर नकली डीजल बनाया जाता था और फिर उसे पेट्रोल पंप और क्रेसर प्लांट संचालकों को बेच दिया जाता था। कैमिकल की मदद से यह डीजल कुछ इस तरह से बनाया जाता था कि आम आदमी कभी पकड़ ही नहीं सकता था। खुशबू और तलरता बिल्कुल वैसी ही है जैसी असली डीजल की होती है। न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया है। 

किस तरह बनाया जाता था नकली डीजल

माधवनगर थाना पुलिस ने बताया कि आरोपी अंकु जैन डीलर एवं पीडीएस दुकान संचालकों से सस्ते में केरोसिन खरीदता था। जानकारी के मुताबिक 12 लीटर रुपए में खरीदे गए केरोसिन में केमिकल, कलर, रंग और सुंगध का प्रयोग किया जाता था। एक लीटर डीजल बनाने में कुल कीमत लगभग 18 से 22 रुपए आती है। पेट्रोल पंप और क्रेसर प्लांट संचालकों को डीजल 40 से 45 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से सप्लाई की जाती है। 

नकली डीजल के कारखाने में कारखाने में 25 कर्मचारी 

पुलिस ने बताया कि केमिकल से केरोसिन हल्का मोटा हो जाता है। कलर से उसका रंग डीजल से मिलने लगता है। सुगंध डालने से केरोसिन की महक समाप्त हो जाती है, और पावडर डालने से उसका स्वरूप डीजल जैसा दिखने लगता है। आरोपी की फैक्ट्री में लगभग 25 लोग काम करते थे। 

केरोसिन डीलर की मिलीभगत

खाद्य विभाग द्वारा की गई कार्रवाई में पिपरौंध निवासी अंकु जैन पुत्र राकेश जैन के खिलाफ धोखाधड़ी के साथ आवश्यक वस्तु अधिनियम की रिपोर्ट दर्ज की गई है। रिपोर्ट सहायक आपूर्ति अधिकारी के.एस.भदौरिया की तहरीर पर हुई। माधवनगर टीआई मंजीत सिंह ने बताया कि आरोपी अंकु जैन केरोसिन में केमिकल की मिलावट कर डीजल बनाने का काम करता था। साथ में आरोपी ने बताया कि वह हाइवे पर चलने वाले लारी से ड्राइवर और पेट्रोलियम कंपनियों की मिलीभगत से डीजल भी चुराने का काम करता था। पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। वहीं, दूसरी ओर खाद्य विभाग भारी संख्या में मिले नीले केरोसिन तेल पर जांच प्रारंभ कर दी है। विभाग सार्वजनिक दुकानदारों एवं केरोसिन डीलर के स्टाक का मिलान कर रही है। 

कहां कहां सप्लाई होता था नकली डीजल

कटनी स्थित नकली डीजल कारखाने में तैयार नकली डीजल को जबलपुर, दमोह, सतना सहित मध्य प्रदेश के अन्य शहरों में सप्लाई किया जाता था। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इस तरह का कारोबार केवल कटनी में और अंकु जैन ही कर रहा था या और भी ऐसे कई कारखाने हैं। 

नकली डीजल बेचने वाले पेट्रोल पंपों के नाम छुपाए

इस पूरी कार्रवाई में प्रशासन ने बड़ी ही चतुराई के साथ उन तमाम पेट्रोल पंपों के नाम छुपा लिए जो इस कारखाने का नकली डीजल खरीदकर ग्राहकों को बेच रहे थे। मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में वाहनों के इंजन को बबार्द किया जा रहा था। कोई इंकार नहीं किया जा सकता कि ऐसे और भी कारखाने संचालित हो रहे हों और अभी भी कई पेट्रोल पंपों पर नकली डीजल वितरित किया जा रहा हो। 

इनका कहना है 
अंकु जैन के खिलाफ धोखाधड़ी के साथ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। सुबह मेडिकल टेस्ट कराने के बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया था। जहां से उसे जेल भेजा गया है। 
के.एस.भदौरिया सहायक आपूर्ति अधिकारी  

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