पश्चिम बंगाल में भाजपा ने 800 मुसलमान प्रत्याशी उतारे

NEW DELHI | WEST BENGAL PANCHAYAT ELECTION | भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में हिंदू कार्ड खेलती आ रही है। सीएम ममता बनर्जी को हिंदू विरोधियों का संरक्षक बताती है एवं सोशल मीडिया पर अत्याचार के कई फोटो वीडियो भी डाले जाते हैं लेकिन पंचायत चुनाव में भाजपा का चेहरा बदला हुआ नजर आया। यहां भाजपा ने 800 मुसलमानों को अपना प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि यहां तृणमूल कांग्रेस, सीपीएम और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला है। 

सीपीएम चाहती है कि उसने पिछले चुनाव में जो भी जनाधार खोया है, उसे फिर से हासिल किया जाए। इस विषय पर पश्चिम बंगाल के रायगंज से एमपी मोहम्मद सलीम (सीपीएम) और भाजपा की नेता तनुजा चक्रवर्ती से अलग-अलग बातचीत की है। मोहम्मद सलीम क्मयुनिस्ट पार्टी के पॉलिसी बनाने वाली कमिटी के सदस्य हैं। उन्होंने बीजेपी-आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा भाषा, क्षेत्र और धर्म को लेकर राजनीति करती है। उन्होंने बीजेपी पर असम में असम और बंगाली राष्ट्रवाद फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदू-हिंदुस्तान, हिंदी करते हुए वोट हासिल करना चाहती है। उन्होंने इसे मोदी की रणनीति नहीं दांवपेच करार दिया है।

टीएमसी के गुंडे बीजेपी में ले रहे शरण
मोहम्मद सलीम का कहना है कि टीएमसी के असंतुष्ट खंड को बीजेपी अपनी ओर आकर्षित कर रही है। बीजेपी मुस्लिम को राजनीतिक तौर पर टिकट नहीं दे रही है। वे उनके साथ वही सलूक करेंगे जैसा उन्होंने राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश में किया है। इसके जवाबी हमले में बीजेपी की बंगाल सेक्रेटरी तनुजा चक्रवर्ती ने कहा कि बीजेपी सबका साथ सबका विकास चाहती है। उन्होंने मोहम्मद सलीम की बात को सिरे से खारिज किया है। तीन तलाक के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मोदी ने मुस्लिम कम्युनिटी के लिये काफी कुछ किया है।

टीएमसी पर लगाया अपमान की राजनीति करने का आरोप
तनुजा चक्रवर्ती ने टीएमसी पर अपमान की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि यहां मुस्लिम्स सबसे कम पढ़े-लिखे हैं। 2019 में भी मुस्लिम कम्युनिटी को इतने अधिक वोट दिये जाने को लेकर उन्होंने कहा कि जहां मुस्लिमों की आबादी अधिक है वहां तो मुस्लिम को ही टिकट दिया जाएगा।

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