
उन्होंने बताया, जब आप सिक्यॉरिटी चेकिंग से होकर गुजरेंगी तो स्पून की वजह से मेटल डिटेक्टर पकड़ लेगा। तब आपको अलग ले जाया जाएगा और आप स्टाफ से प्राइवेट में बात कर सकती हैं। अधिकारियों को आगाह करने के लिए यह एक अंतिम विकल्प की तरह होगा। इडगार्ड ने कहा कि जबरन शादी के लिए विदेश ले जाए जाने वाली लड़कियों की संख्या का तो अंदाजा नहीं है लेकिन पिछले साल नैशनल हॉटलाइन पर जबर्दस्ती शादी को लेकर 139 कॉल्स मिली थीं। उन्होंने कहा कि ऐक्टिविस्ट्स दूसरे शहरों को भी गुटेनबर्ग के चम्मच ट्रिक को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
यह आइडिया हालांकि नया नहीं है। ब्रिटिश चैरिटी कर्म निर्वाण भी इस ट्रिक को आजमाती रही है. उसके दावे के मुताबिक, इस रणनीति से कई लड़कियों को ब्रिटेन में जबरन शादी से बचाया जा चुका है। चैरिटी के मुताबिक, अंडरवियर में चम्मच छिपाना लड़कियों के लिए अधिकारियों को अलर्ट करने का सबसे सुरक्षित तरीका है। क्योंकि अधिकतर हालात में लड़कियां अपने परिजनों से घिरी होती हैं और उस परिस्थिति में अधिकारियों को कुछ भी बताना बहुत मुश्किल होता है।
गुटेनबर्ग की आबादी 10 लाख है। इडगार्ड ने कहा कि शहर में लड़कियों को प्रताड़ित होने से बचाने के लिए यह एक बड़े कैंपेन का हिस्सा है। स्कूलों और सोशल वर्कर्स को गर्मी की छुट्टियों के दौरान ज्यादा सतर्क रहने के लिए कहा गया है क्योंकि इस समय समुदाय की लड़कियों को ज्यादा विदेश ले जाए जाने की संभावना होती है। इडगार्ड ने कहा, हम अभी ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि जबरन शादी और खतना इस समय बहुत बढ़ जाते हैं।
इडगार्ड ने बताया कि 2015 में हुई एक स्टडी के मुताबिक, स्वीडन में रह रहीं करीब 38000 लड़कियां और महिलाएं खतना से गुजर चुकी हैं। इनमें सोमालिया, इथोपिया, इजिप्ट और जाम्बिया में पैदा हुईं लड़कियां भी शामिल थीं।