भोपाल। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की समन्वय समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह करीब 15 साल बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय होने जा रहे हैं। दिग्विजय सिंह इसकी शुरुआत 31 मई से ओरछा से करेंगे। एक तरह से कहा जाए तो राजा राम की नगरी ओरक्षा से कांग्रेस चुनावी बिगुल फूंकने जा रही है। इस यात्रा में कांग्रेस के सभी छोटे-बड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे। ये फैसला गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस की समन्वय समिति की बैठक में लिया गया।
बैठक बाद दिग्विजय सिंह ने बताया कि यात्रा 31 मई से ओरछा से शुरू होगी। इसमें सत्यव्रत चतुर्वेदी भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि सभी जिलास्तर में वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं के मतभेद मिटाने की कोशिश की जाएगी। दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी समिति के सदस्य ना तो विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और ना ही किसी समिति के सदस्यों द्वारा किसी दावेदार का बायोडाटा लिया जाएगा। दिग्विजय सिंह ने कहा कि यात्रा का समापन 31 अगस्त को होगा। उन्होंने कहा कि वे समन्वय समिति के अध्यक्ष के रूप में यात्रा में शामिल होंगे।
15 मई को निकलने वाली थी यह यात्रा
दिग्विजय सिंह ने नर्मदा परिक्रमा के तत्काल बाद इस यात्रा का ऐलान कर दिया था लेकिन संगठन स्तर पर उन्होंने इसकी अनुमति नहीं ली थी। बाद में वो इसकी जानकारी देने दिल्ली गए लेकिन राहुल गांधी से मुलाकात ही नहीं हो सकी। कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बन जाने के बाद यात्रा पर सवाल उठने लगे थे। आज दिग्विजय सिंह ने उसकी तारीख का ऐलान कर दिया है।