स्टरलाइट विवाद: प्रदर्शनकारियों पर शूटर्स ने गोलियां बरसाईं

नई दिल्ली। तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता की स्टरलाइट यूनिट (कॉपर प्लांट) के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे 12 नागरिकों की मौत के मामले में नया मोड़ आया है। पहले पता चला था कि प्रदर्शनकारी अचानक हिंसक हो गए। पुलिस ने कार्रवाई की और 12 लोगों की मौत हो गई परंतु अब कुछ नए फोटो और वीडियो सामने आए हैं। इन्हे देखकर लगता है कि प्रदर्शनकारियों पर हमले की योजना पहले से ही तैयार थी। शूटर्स को बुलवाया गया था और भीड़ को भगाने नहीं बल्कि सामूहिक नरसंहार के लिए गोलियां चलाईं गईं थीं। बता दें कि इस फायरिंग में 60 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उनकी हालत अभी भी चिंताजनक है। आरोप तो यह भी लगाया जा रहा है कि सादा कपड़ों में फायरिंग कर रहे लोग भी पुलिस कर्मचारी ही हैं। 

हिंसा से जुड़े कुछ वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें से एक वीडियो में पुलिस दल के कुछ लोग साधे कपड़ों में गाड़ी पर खड़े होकर फायरिंग करते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में तमिल भाषा में कोई यह भी कहते हुए नजर आ रहा है कि, 'कम से कम एक तो मरना चाहिए।' इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों में नाराजगी है। वहीं, तमिलनाडु पुलिस का कहना है कि हमने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग और लाठी चार्ज किया था। उधर, सीएम पलानिस्वामी ने पुलिस कार्रवाई के जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि अब भी तूतीकोरिन में घायलों में कुछ की हालत गंभीर है। 

घटना के बाद से शहर में तनाव है। इलाके में धारा 144 लगा दी गई है। आसपास के जिलों मदुरई और विरुधुनगर से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। मालूम हो कि स्टरलाइट इंडस्ट्रीज इंडिया लि. की कॉपर यूनिट से होने वाले प्रदूषण के विरोध में स्थानीय लोग कई महीने से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। लोग मंगलवार को सड़कों पर उतर आए थे। तभी अचानक यह मार्च हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और फायरिंग की गई। बदले में प्रदर्शनकारियों ने भी बिल्डिंग में आग लगा दी।

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