वैष्‍णो देवी की यात्रा रोकी गई, रास्ते के जंगलों में लगी आग

नई दिल्ली। भारत की सबसे व्यस्त एवं पवित्र वैष्‍णो देवी यात्रा को रोक दिया गया है, क्योंकि यात्रा के रास्ते में आने वाले जंगलों में आग लग गई है। हालात यह हैं कि यात्रियों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। वायुसेना हेलीकॉप्टर से पानी फैंककर जंगल में लगी भीषण आग को बुझाने की कोशिश कर रही है। माता के भवन क्षेत्र में आॅक्सीजन की कमी हो गई है। यह आग उत्तराखंड से भड़की जो हिमाचल प्रदेश से होते हुए जम्मू-कश्मीर तक आ गई है। 

कहा गया है कि उत्तराखंड सरकार आग को काबू करने के लिए हर प्रयास में जुटी है। सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी के मुताबिक, जंगल की आग को नियंत्रित करने के लिए अधिकतम संसाधनों का प्रयोग किया जा रहा है। लोग आग के मद्देनजर सावधानी बरतें। एसडीआरएफ की टीमें लगातार आग बुझाने के काम में लगी हुई हैं। इसी कड़ी में अब ये अलर्ट जारी किया गया है।

आग बुझाने के तमाम प्रयासों के बावजूद भी उत्तराखंड में जंगल की आग अभी भी धधक रही है। वहीं, उत्तराखंड की सरहद से लपटें बाहर निकलकर हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर को भी अपनी आगोश में ले रही हैं। हिमाचल में भी शिमला के आसपास भीषण आग फैल चुकी है। इसके अलावा जम्मू इलाके के वैष्‍णो देवी की पहाड़ियों पर हिमकोट और सांझी छत के जंगलों में आग लग गई। माता के दर्शन के लिए जा रहे भक्तों को सांस लेना भी दूभर हो गया है। हालात इतने खराब हो गए कि कटरा से भवन तक वैष्‍णो देवी यात्रा को रोक देना पड़ा है। प्रशासन को पानी के छिड़काव के लिए वायुसेना की मदद तक लेनी पड़ गई है।

इसी बीच मौसम विभाग ने भीषण गर्मी का अलर्ट भी जारी कर दिया है यानी इन तीन राज्यों में आग पर काबू पाना अब और मुश्किल होने वाला है। गर्मियों में उत्तराखंड के जंगलों में आग कोई नई बात नहीं है लेकिन हैरानी ये है कि अबतक इसपर काबू पाने की कोशिश कामयाब नहीं हो पाई है। करोड़ों की संपत्ति का नुकसान तो हो ही रहा है। खतरा ये भी है कि कहीं इसकी चपेट में लोगों और जानवरों की जिंदगी ना आ जाए।

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