
क्या पहले फिट थे शिवराज सिंह
सीएम शिवराज सिंह की फिटनेस का अंदाजा केवल इसी बात से लगाया जाता है कि उन्हे 'पांव पांव वाले भैया' कहा जाता था। उन्होंने बुधनी विधानसभा के सभी गावों में पैदल जनसंपर्क किया था। नर्मदा के तीर पर जन्मे शिवराज सिंह बिना रुके नर्मदा का पूरा पाट पार कर जाते थे। सीएम बनने के बाद भी शिवराज सिंह की पैदल स्पीड इतनी तेज थी कि अधिकारियों को पसीने आ जाते थे। सूर्य नमस्कार करते हुए तो उन्हे सबने देखा है परंतु 2013 के विधानसभा चुनाव के बाद से हालात बदले-बदले नजर आते हैं। उनके गाल पिचक गए थे। वो घुटनों पानी से भी डर रहे थे। इस बार चुनाव प्रचार पर जाने से पहले वो पूरे प्रदेश के हर ब्लॉक में हेलीपेड बनवा रहे हैं, ताकि उन्हे सड़क के हिचकोले ना खाने पड़ें। सवाल लाजमी है कि क्या शिवराज सिंह इतने भी फिट नहीं रहे कि लगातार 10 मिनट तक व्यायाम कर सकें।
क्या है इस मुहिम का मकसद
राठौड़ ने 'हम फिट तो इंडिया फिट' हैशटैग से ट्विटर पर यह फिटनेस चैलेंज शुरू किया है।जिसके लिए उन्होंने सिनेमा और खेल जगत की कई हस्तियों से इस मुहिम में शामिल होने की अपील की थी। राठौड़ एथेंस ओलिंपिक 2004 के रजत पदक विजेता और सेना में कर्नल रहे हैं। राठौड़ की इस मुहिम को ट्विटर पर लोगों ने काफी सराहा है और अपने वीडियो और फोटो भी डाले हैं। अप्रैल में मन की बात में मोदी ने अक्षय कुमार की मिसाल देकर लोगों से फिट रहने की अपील की थी।