मप्र विधानसभा का मानसून सत्र घोषित

भोपाल। विधानसभा का मानसून सत्र 25 जून से शुरू होगा। 5 दिवसीय सत्र में 5 बैठकें होंगी। राज्यपाल ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले यह आखिरी मानसून सत्र होगा। बताया जा रहा है कि इस सत्र में सरकार नई योजनाओं के बजट आवंटन और अध्यादेश पर चर्चा करेगी। 14वीं विधानसभा का यह 17वां सत्र होगा। सत्र 29 जून तक चलेगा। मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र इस बार जुलाई की जगह जून में होगा। विधानसभा सचिवालय ने शुक्रवार को 25 जून से सत्र बुलाए जाने की अधिसूचना जारी कर दी। सत्र सिर्फ पांच दिन यानी 29 जून तक चलेगा। इस दौरान सरकार चालू वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी।

सत्र की अवधि का नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने बेहद कम बताया है। उन्होंने कहा कि वे सत्र के दिन बढ़ाने के लिए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और विधानसभा डॉ. सीतासरन शर्मा को पत्र लिखेंगे। सिंह ने सत्र के दौरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही।

अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने पर सरकार चर्चा को तैयार

उधर, वित्त मंत्री जयंत मलैया ने कहा कि यदि अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है तो सरकार चर्चा के लिए तैयार है। विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह ने शुक्रवार को मानसून सत्र की अधिसूचना जारी करते हुए बताया कि पांच दिवसीय सत्र में पांच बैठकें होंगी। अशासकीय विधेयकों के लिए 30 मई, अशासकीय संकल्प के लिए सूचनाएं 15 जून तक प्राप्त की जाएंगी। स्थगन और ध्यानाकर्षण 20 जून तक लिए जाएंगे।

लाएंगे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रखा जाएगा। इसकी सूचना सत्र शुरू होने से 14 दिन पहले सचिवालय को दे दी जाएगी। नेता प्रतिपक्ष के कांग्रेस दल की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाने पर वित्त मंत्री जयंत मलैया ने कहा कि सरकार सदन में हर तरह की चर्चा कराने के लिए तैयार है।

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