राहुल की रैली से पहले किसानों को धमका रहा है प्रशासन: आरोप

इंदौर। मंदसौर गोलीकांड की बरसी के अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 6 मई को मध्य प्रदेश के मंदसौर आ रहे हैं। इस दौरान वे गोलीकांड में मारे गए किसानों के परिजनों से मिलेंगे परंतु इस बीच मंदसौर प्रशासन पर आरोप लगाया गया है कि वो किसानों को धमका रहा है। नियमों का डर दिखाकर उन्हे राहुल गांधी से मिलने से रोका जा रहा है। गोलीकांड में मारे गए किसान घनश्याम धाकड़ के पिता दुर्गालाल धाकड़ ने आरोप लगाया कि प्रशासन राहुल से मुलाकात के लिए इजाजत लेने की बात कह रहा है। जब मंदसौर कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव से इस बारे में पूछा गया तो उनहोंने कहा कि प्रशासन ने किसी को भी उनसे मिलने के लिए नहीं रोका है।

मृतक के परिजनों से 25 हजार का बॉन्ड भरने को कहा

किसान आंदोलन में मारे गए एक छात्र अभिषेक के परिजन ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन ने उनसे 25 हजार रुपए का बॉन्ड भरने के लिए कहा है। परिजनों के मुताबिक, जिला प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि वे एक जून से 10 जून तक होने वाले ग्राम बंद में संयमित व्यवहार करेंगे और कोई उत्पात नहीं मचाएंगे।

नोटिस भेजें हैं, संतोषजनक जवाब दिया तो बॉन्ड नहीं भरवाएंगे: कलेक्टर

मंदसौर कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने कहा कि प्रशासन किसी को भी राहुल गांधी से मिलने से नहीं रोक रहा है। राहुल से मिलने वालों की लिस्ट आयोजन करने वाले तय करेंगे। उन्हें उच्च स्तरीय सुरक्षा प्राप्त है, ऐसे में उनसे मिलने से पहले मिलने वालों की चेकिंग जरूर की जाएगी। वहीं, बॉन्ड को लेकर उन्होंने बताया कि यह सामान्य प्रक्रिया है। जिन लोगों की पिछले बार के आंदोलन में भूमिका थी, उन्हें नोटिस भेज कर जवाब मांगा गया है। अगर वे सही जवाब देते हैं तो बॉन्ड भरने की जरूरत नहीं होगी।

अभी तक तो नहीं मिला कोई नोटिस: किसान

आंदोलन में मारे गए कन्हैयालाल के भाई जगदीश पाटीदार ने बताया कि सरकार की ओर से कोई नोटिस नहीं मिला है। ना ही रैली में जाने को लेकर किसी प्रकार से मना किया जा रहा है। हां पुलिस जवान कभी कभार घर आकर हाल-चाल पूछकर चले जाते हैं। सरकार की ओर से एक करोड़ रुपए मिल गए हैं। बच्चे अभी नाबालिग हैं, इसलिए सरकार ने लिखित में बालिग होने पर नौकरी देने का लेटर दिया है। मृतक चैनराम के भाई गोविंद ने बताया कि उन्हें प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का कोई नोटिस या बॉन्ड नहीं मिला है। कांग्रेस के नेताओं ने उन्हें राहुल गांधी की रैली में शामिल होने के लिए कहा है।

क्या हुआ था मंदसौर किसान आंदोलन में

फसलों के सही दाम सहित अन्य मांगों को लेकर किसानों ने जून 2017 में आंदोलन शुरू किया था। 6 जून को आंदोलन के दौरान हिंसा शुरू हो गई। पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में 6 किसानों की मौत हो गई थी।
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