भोपाल। सीएम शिवराज सिंह संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का ऐलान कर चुके हैं परंतु अब तक आदेश जारी नहीं किए गए। कोई पॉलिसी भी नहीं बनी। इंतजार कर रहे संविदा कर्मचारियों का धैर्य जवाब देने लगा है। एक बार फिर राजधानी में संविदा कर्मचारियों ने डेरा डाल दिया। उन्होंने सीएम हाउस का घेराव करने की कोशिश की परंतु पुलिस ने उन्हे बल पूर्वक रोक दिया। वो भी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि 2 साल हो गए इंतजार करते करते। अब फैसला करवाकर ही जाएंगे।
सहकारिता विभाग के नाराज संविदा कर्मचारी नियमितीकरण और बहाली की मांग को लेकर रैली के रूप में सीएम हाउस की ओर कूच करने पहुंचे, लेकिन इसके पहले ही पुलिस द्वारा सीएम हाउस से कुछ ही दूरी पर स्थित रविन्द्र भवन पर उन्हें रोक दिया गया। कर्मचारी वहीं खड़े होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। मांगे पूरी ना होने के कारण कर्मचारियों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश है।
संविदा कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार उन्हें शुरु से ही नजरअंदाज करती आ रही है। सब वर्गों की मांगे पूरी की जा रही है, लेकिन उन पर ध्यान नही दिया जा रहा है। दो साल से बस हमे आश्वासन पर आश्वासन दिए जा रहे है। हर बार मुख्यमंत्री सीएम हाउस में बुलाने की बात करते है, लेकिन बुलाते नही। सरकार ने हमें सड़क पर उतरने को मजबूर कर दिया है, इसलिए आज यहां पहुंचे है। लेकिन पुलिस द्वारा हमें आगे जाने नही दिया जा रहा लेकिन हम हार मानने वाले नही। इस बार आर-पास की लड़ाई लड़ने वाले है। मामाजी से मिलकर ही जाएंगे हमें आश्वासन नहीं फैसला चाहिए। वही संविदा कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करेंगे। जिसकी जिम्मेदार खुद सरकार होगी।