मप्र: जातिगत आरक्षण के खिलाफ मुंडन कराएंगे ब्राह्मण, बनिया और ठाकुर

भोपाल। आरक्षण को आर्थिक आधार पर लागू करने की मांग को लेकर 10 जून को प्रदेश के 51 जिलों में मुंडन (बाल दान), दाढी और कटिंग कराकर विरोध करने की घोषणा करने वाले संगठन ब्रह्म समागम ने अपनी नई कार्यकारिणी का विस्तार किया है। इसमें पुष्पेन्द्र मिश्रा को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, ब्रह्मण नेता चंद्रशेखर तिवारी को प्रदेश प्रभारी और शानू दुबे को युवा मोर्चे का प्रदेश संयोजक बनाया गया है। ब्रह्म समागम के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित धर्मेन्द्र शर्मा “कक्का जी” ने जातिगत आरक्षण का हर स्तर पर विरोध करने के लिए कई कमेटिया गठित की है। 

नई कमेटी और प्रकोष्ठ राजधानी भोपाल में अनूठे तरीके चरणबद्ध आंदोलन और मुहिम चलाकर आरक्षण का विरोध करेंगी। बह्म समागम में आरके शर्मा को प्रदेश मीडिया प्रवक्ता, विशाल जैन प्रदेश महामंत्री सवर्ण प्रकोष्ठ, प्रेमसिंह दांगी प्रदेश संगठन महामंत्री, महेश सिंह मीणा प्रदेश महासचिव, पुष्पेन्द्र गुर्जर सहसचिव, सुनील राजौरिया अध्यक्ष व्यापारी प्रकोष्ठ, राजेश शर्मा उपाध्यक्ष व्यापारी प्रकोष्ठ, शानू दुबे प्रदेश संयोजक युवा मोर्चा, उदित तिवारी प्रदेश उपाध्यक्ष युवा मोर्चा, बनाए गए है संगठन में नई नियुक्ति कर अध्यक्ष पंडित धर्मेन्द्र शर्मा आने वाले दिनों जातिगत आरक्षण को समाप्त करने के लिए अनूठे तरीके से विरोध कर केंद्र व राज्य सरकार का इस ओर ध्यान आकर्षण करायेंगे।   

गौरतलब है कि 10 जून को ब्रह्म समागम प्रदेश के सभी जिलों में पंडित, वैश्य, ठाकुर, राजपूत सहित सभी सवर्ण समाज को एक मंच पर लाकर सुबह 11:30 बजे से 1:00 बजे तक जातिगत आरक्षण को समाप्त करने के लिए अपने अपने-अपने स्तर पर कोई कटिंग कराकर, तो कोई दाढी बनवाकर और कोई मुंडन (सिर के बाल दान) करेंगे। इस अनूठे विरोध के लिए अध्यक्ष पंडित धर्मेन्द्र शर्मा ने प्रदेश में दौरे और बैठक लेना प्रारंभ कर दिया है। 25 मई दिन शुक्रवार को धर्मेन्द्र शर्मा विदिशा, गुलाबगंज और गंजबासौदा का दौरा कर कार्यकर्ताओ से भेंट कर बैठक करेंगे। इस दौरान वे कार्यकर्ताओ से 10 जून को आरक्षण के विरोध के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगो को ब्रह्म समागम के मंच पर आने की अपील भी जारी करेंगे।

अध्यक्ष पंडित धर्मेन्द्र शर्मा “कक्का जी”  ने कहा कि ब्रह्म समागम जातिगत आरक्षण पूरी तरह से समाप्त करने के लिए संगठन क्षत्रिय, ठाकुर, वैश्य, कायस्थ सहित गैर ब्राह्मण सवर्ण और अन्य सवर्ण सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों को एक मंच पर लाकर आरक्षण का पुरजोर विरोध करेगा। शर्मा का कहना है कि आरक्षण पूरी तरह खत्म हो चाहे सरकारी नौकरियां, स्कूलों की पढाई, लिखाई या फिर चुनावी राजनीति हो। चयन और चुनावों का आधार व्यक्ति की योग्यता होना चाहिए। संगठन के विस्तार के बाद संगठन के सभी सदस्यों ने पदाधिकारियों को बधाई देकर उन्हे शुभकामनाएं देकर उनसे संगठन के हित में काम करने की अपील की।

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