
फेल हुए बेटे को प्रोत्साहित करने आतिशबाजी चलाई
सुरेन्द्र व्यास ने बताया, 'इस पार्टी का मकसद अपने बेटे को प्रोत्साहित करना है। अक्सर ऐसा होता है कि परीक्षा में फेल होने के बाद बच्चे डिप्रेशन में चले जाते हैं और तो और कई बार अपनी जिंदगी समाप्त करने तक का कदम उठा लेते हैं। मैं ऐसे बच्चों को बताना चाहता हूं कि बोर्ड की परीक्षा ही जिंदगी की अंतिम परीक्षा नहीं होती है। जिंदगी में आगे बहुत सारे अवसर आते हैं। मेरा बेटा अगर फेल हुआ है तो वह अगले साल फिर से परीक्षा दे सकता है।'
बेटा बोला: अगले साल भी होगी पार्टी, लेकिन...
वहीं उनके बेटे आशु ने बताया, 'मैं अपने पिता के इस फैसले की सराहना करता हूं। मैं अब वादा करता हूं कि और भी मेहनत से पढ़ाई करते हुए अगले साल कहीं बेहतर नंबर लेकर आऊंगा।' इस पार्टी में दोस्त और रिश्तेदार बड़ी संख्या में शामिल हुए।