भोपाल। मीनाक्षी नटराजन के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के हालात बदल गए हैं। कमलनाथ के फैसलों का इंतजार कर रहे कई नेता अब मुखर होने लगे हैं। ऐसे नेताओं में अरुण यादव एक बड़ा नाम है। कमलनाथ ने यादव की कुर्सी अचानक खींच ली थी। उन्हे खुद पता ही नहीं था कि उन्हे प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। खबर आ रही है कि अरुण यादव बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं। इससे पहले कि वो अपनी रणनीति का ऐलान करते, दिग्विजय सिंह उनके आवास पर जा पहुंचे। दोनों के बीच लम्बी बातचीत हुई। बाहर निकलकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि यादव नाराज नहीं हैं, परंतु अरुण यादव ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव भी अपनी पार्टी से नाराज हैं। माना जा रहा था कि वे एक बड़ा निर्णय अपने समर्थकों के साथ ले सकते हैं, लेकिन देर रात राजधानी भोपाल पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने एयरपोर्ट से सीधे अरुण यादव के निवास का रुख किया और अपने पुत्र विधायक जयवर्धन सिंह के साथ अरुण यादव के निवास पर पहुंचे। जहां काफी लंबे समय तक गुप्त बैठक का दौर चलता रहा। किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं थी।
अरुण यादव के साथ बैठक समाप्त करने के बाद निकले दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वह समन्वय समिति की बैठक में हिस्सा लेने के लिए राजधानी पहुंचे हैं और वह तो पहले भी समन्वय समिति का काम करते रहे हैं। ऐसा नहीं है कि उन्हें यह काम केवल अभी दिया गया है, यह काम तो वे काफी लंबे समय से करते आ रहे हैं।
मीनाक्षी को मना लेंगे, कौन कहता है अरुण यादव नाराज है
मीनाक्षी नटराजन की नाराजगी पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस में कोई भी नाराज नहीं है उनसे भी बातचीत की जाएगी और जल्द ही उनके साथ भी समन्वय बैठक होगी। उन्होंने कहा कि कुछ बातें ऐसी होती हैं जिन पर पार्टी में बैठकर ही बातचीत की जाती है और जल्दी उनके साथ उन मसलों का समन्वय किया जाएगा। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की नाराजगी पर दिग्विजय सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि कौन कह रहा है कि अरुण यादव नाराज हैं, वह तो मेरे साथ ही खड़े हुए हैं। क्या वह आपको नाराज नजर आ रहे हैं। दिग्विजय के इतना कहते ही अरुण यादव और दिग्विजय सिंह दोनों ने मुस्कुरा दिये।